Sunday, December 22, 2024
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अतीक, मुख्तार और शहाबुद्दीन जैसे ‘माफियाओं’ की याद में समाजवादी पार्टी को डालें वोट: चुनावी रैली में सपा नेता उस्मान की अपील; अखिलेश यादव ने बताया ‘सौहार्द’

शहाबुद्दीन, अतीक अहमद, मुख़्तार अंसारी और अशरफ जैसे माफियाओं पर न सिर्फ हिन्दू समुदाय बल्कि अपने ही इस्लाम मत को मानने वालों पर तमाम जुल्म करने के केसों की फाइलें आज भी मौजूद हैं। लेकिन, फिर भी सपा नेता इन माफियाओं के नाम पर मंचों से वोट माँग रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में समाजवादी पार्टी की जनसभा में उत्तर प्रदेश और बिहार के माफियाओं के नाम से वोट माँगे गए हैं। अखिलेश यादव की मौजूदगी में हुई इस जनसभा में मर चुके शहाबुद्दीन, अतीक अहमद, अशरफ और मुख़्तार अंसारी जैसे ‘माफियाओं’ की याद में वोट डालने की अपील की गई है। रैली में आजम खान को भी याद करके उन पर हो रही कानूनी कार्रवाई को जुल्म बताया गया है। सपा समर्थकों और मंच पर मौजूद पदाधिकरियों ने विरोध करने के बजाय तालियाँ बजा कर इस भाषण का स्वागत किया है। यह जनसभा रविवार (28 मार्च 2024) को आयोजित हुई थी।

मिली जानकारी के मुताबिक, यह जनसभा संभल लोकसभा क्षेत्र के चुनाव प्रचार के दौरान हुई थी। यहाँ से समाजवादी पार्टी ने जियाउर्रहमान को चुनावी मैदान में उतारा है। जियाउर्रहमान विवादित बयानों ने लिए कुख्यात रहे हैं और महरूम हो चुके शफीकुर्रहमान के पोते हैं। वह फिलहाल समाजवादी पार्टी के टिकट पर कुंदरकी विधानसभा से विधायक हैं। मंच पर अखिलेश यादव सहित सपा के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसी दौरान सीनियर समाजवादी नेता मोहम्मद उस्मान ने माइक संभाला।

मोहम्मद उस्मान ने माइक संभालने पर पहले अखिलेश सहित तमाम लोगों का अभिवादन किया। इसके बाद उन्होंने आपत्तिजनक बयानबायजी करनी शुरू कर दी। अपने सम्बोधन के दौरान मोहम्मद उस्मान ने पहले 2 बार माइक पर जोर-जोर से खाँसा। फिर लम्बी साँस भरी और फिर माफियाओं का महिमामंडन करना शुरू कर दिया। उन्होंने पहले अपराधियों की काली कमाई कुचल रहे बुलडोजर एक्शन को निशाने पर लिया। उस्मान ने अपील की है कि सपा समर्थक बुलडोजर की कार्रवाई के खिलाफ समाजवादी पार्टी को वोट दें। उस्मान का यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

मोहम्मद उस्मान ने बुलडोजर के खिलाफ यह लाइन बोल कर मंच पर मौजूद अपनी पार्टी के नेताओं का मन भाँपा। उनके चेहरे पर मुस्कान देख कर उस्मान और जोश में आ गए। उन्होंने कभी उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक में फैले उन सभी माफियाओं को गिना दिया जो किसी न किसी कारण से अब दुनिया में नहीं हैं। उस्मान ने कहा, “शहाबुद्दीन, अतीक, अशरफ, मुख़्तार को याद करते हुए, उनको ध्यान करते हुए वोट करें।” उस्मान की इन लाइनों पर भी मंच और नीचे जोर-जोर से तालियाँ बजीं।

बताते चलें कि शहाबुद्दीन, अतीक अहमद, मुख़्तार अंसारी और अशरफ जैसे माफियाओं पर न सिर्फ हिन्दू समुदाय बल्कि अपने ही इस्लाम मत को मानने वालों पर तमाम जुल्म करने के केसों की फाइलें आज भी मौजूद हैं। जुल्म के शिकार लोगों में इन माफियाओं के रिश्तेदार भी शामिल हैं। अपने नेताओं से समर्थन मिलता देख मोहम्मद उस्मान का जोश और बढ़ गया। उन्होंने आजम खान पर चल रही कानूनी और न्यायिक कार्रवाई को भी जुल्म घोषित कर दिया और इसके नाम पर भी वोट माँगे। यहाँ जानना जरूरी है कि मोहम्मद उस्मान बिलारी से सपा विधायक मोहम्म्द फहीम इरफ़ान के चाचा हैं।

उस्मान ने दिल्ली में सड़क पर नमाज पढ़ रही भीड़ को बल प्रयोग कर के हटाने वाले सब इंस्पेक्टर मनोज तोमर का भी जिक्र इशारों में किया। उन्होंने कहा कि सपा समर्थक उस घटना को वोट देने से पहले याद करें। उस्मान जैसे नेताओं की बयानबाजी को सौहार्द घोषित करते हुए अखिलेश यादव ने इस सभा के चित्र अपने X हैंडल पर शेयर किए हैं। उन्होंने PDA की जीत का भरोसा जताया है।

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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