प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रख दी है। भूमि पूजन की सभी प्रक्रिया करने के बाद प्रधानमंत्री ने शुभ मुहूर्त के अनुसार पीएम मोदी ने ठीक 12 बजकर 44 मिनट पर शिला रखी।
इस दौरान उनके साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे।
भूमिपूजन कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 5 शताब्दी के बाद आखिरकार यह संकल्प पूरा हो गया है और प्रधानमंत्री मोदी जी ने लोकतांत्रिक तरीके से इसका समाधान निकाला।
योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि 5 सदी के बाद आज 135 करोड़ भारतवासियों का संकल्प पूरा हो रहा है। देश में लोकतांत्रिक तरीकों के साथ ही मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इस घड़ी की प्रतीक्षा में कई पीढ़ियाँ गुजर चुकी हैं।
सीएम योगी ने कहा – “हमने तीन साल पहले अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम शुरू किया था, आज उसकी सिद्धी हो रही है।”
सीएम आदित्यनाथ ने कहा, “हम सब गौरवान्वित हैं कि अवधपुरी को लेकर जो सपना हम सबने देखा है, उस बात का एहसास तीन वर्ष पहले उत्तर प्रदेश की इस अवधपुरी में दीपोत्सव कार्यक्रम के साथ आप सबने महसूस किया होगा।”
हम सब गौरवान्वित है कि अवध पूरी को लेकर करके जो सपना हमने सबने देखा है उस बात का एहसास तीन वर्ष पहले UP की इस अवध पूरी में दीप उत्सव कार्यक्रम के साथ आप सबने महसूस किया होगा: अयोध्या में राममंदिर भूमिपूजन समारोह में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ pic.twitter.com/V8a16bGHHS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2020
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस गोरक्षा पीठ के महंत हैं, उस पीठ का अयोध्या श्रीराम मंदिर निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। गोरखनाथ मठ के महंत दिग्विजयनाथ का श्रीराम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका रही है। उनकी मृत्यु के बाद उनके शिष्य और उत्तराधिकारी महंत अवैद्यनाथ ने मंदिर में सक्रिय भूमिका निभाई, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ इन्हीं महंत अवैद्यनाथ के ही शिष्य हैं।