भारतीय जाँच एजेंसियों को 1993 बम ब्लास्ट मामले में बड़ी क़ामयाबी मिली है। घटना के 26 वर्षों बाद मोस्ट वॉन्टेड आतंकी अबू बकर को दुबई में गिरफ़्तार कर लिया गया है। अबू बकर के साथ एक अन्य आतंकी को भी पकड़ा गया है। दूसरे आतंकी का नाम फ़िरोज़ है। दोनों को शीघ्र ही प्रत्यर्पित कर भारत लाया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। ज्ञात हो कि मार्च 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम ब्लास्ट में 257 लोग मारे गए थे और 700 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे।
पकड़े गए आतंकी का पूरा नाम अबू बकर गफ़ूर शेख है। वह खाड़ी देशों से सोना, कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की स्मगलिंग कर मुंबई और आसपास के लैंडिंग पॉइंट में सप्प्लाई किया करता था। दोनों आतंकी लंबे समय से ‘मोस्ट वॉन्टेड’ की सूची में शामिल थे। 1993 मुंबई धमाके वाले मामले में तैयार की गई 10,000 पन्नों की चार्जशीट में दाऊद इब्राहिम को मुख्य अभियुक्त बनाया गया था। आरोपितों की कुल संख्या 189 है। दाऊद अभी तक भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ से बाहर है।
अबू बकर के ख़िलाफ़ 1997 में ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया गया था। पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे अबू बकर के बारे में भारतीय एजेंसियों को ख़ुफ़िया इनपुट मिले थे। उसने ईरान की एक महिला से दूसरी शादी कर रखी है। दुबई में व्यापार चलाने वाले अबू बकर से पूछताछ के दौरान मुंबई धमाकों से जुड़े कई अन्य राज खुलने की संभावना है।
1993 में हुए धमाके बॉम्बे स्टॉक एक्चेंज, नरसी नाथ स्ट्रीट, शिव सेना भवन, सेंचुरी बाजार, माहिम, झावेरी बाजार, सी रॉक होटल, प्लाजा सिनेमा, जूहू सेंटूर होटल, सहार हवाई अड्डा और एयरपोर्ट सेंटूर होटल के आसपास हुए थे। आतंकियों ने कुल 12 जगहों को निशाना बनाया था। हमले के अन्य दोषियों में याकूब मेनन और मुस्तफ़ा दौसा शामिल है। याकूब मेनन को जुलाई 2015 में फाँसी दे दी गई थी। मुस्तफ़ा की जून 2017 में मुंबई के जेजे असपताल में मौत हो गई थी।
पकड़े गए आतंकी अबू बकर ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में ट्रेनिंग ली थी। अबू बकर ने मुंबई धमाकों के लिए आरडीएक्स लाने का काम किया था। दाऊद इब्राहिम के दुबई स्थित घर पर धमाकों की साजिश रची गई थी जिसमे अबू बकर भी शामिल हुआ था।