लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र बीते दिनों 200 से अधिक लेखकों ने मोदी सरकार के ख़िलाफ़ वोट करने की अपील जनता से की थी। अब इसके उलट करीब 400 से अधिक साहित्यकारों ने आगे आकर देशवासियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में वोट करने की गुहार लगाई है।
नवभारत टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार भारतीय साहित्यकार संगठन ने जनता से की अपील में कहा है कि मतदाता अपना वोट को देश की अखंडता, सुरक्षा, स्वाभिमान और विकास को बनाए रखने के लिए दें।
साहित्यकारों का कहना है, “भारतीय लोकतंत्र में संविधान का महत्व सर्वोपरि है। अतः हम साहित्यकार देशवासियों से अपील करते हैं कि आप अपना बहुमूल्य वोट देश की अखंडता, सुरक्षा, स्वाभिमान, संप्रभुता, सांप्रदायिक सद्भाव, सर्वांगीण विकास आदि को बनाए रखने के लिए दें।”
# साहित्यकारों के एक अन्य समूह ने देशवासियों से मोदी के पक्ष में मतदान करने की अपील की है। इनमें नरेंद्र कोहली, चित्रा मुद्गल, सूर्यकांत बाली समेत देशभर के 400 से अधिक साहित्यकार शामिल हैं।
— Revati Raman Pandey (@RevatiRamanPan7) April 20, 2019
गौरतलब है इससे पहले इंडियन राइटर्स फोरम की ओर से करीब 200 लेखक घृणा की राजनीति के नाम पर जनता से मोदी सरकार को वोट न देने की अपील कर चुके हैं। इस अपील को अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, गुजराती, उर्दू, बंग्ला, मलयालम, तमिल, कन्नड़, और तेलगु भाषाओं में निकाला गया था।
इस अपील में कहा गया था कि ‘हेट पॉलिटिक्स’ को वोट आउट कर दिया जाए और राष्ट्रीय एकता के लिए वोट किया जाए। हालाँकि इसमें ये कहीं भी स्पष्ट नहीं किया गया कि ‘राष्ट्रीय एकता’ को वोट करने से उनका अभिप्राय किस पार्टी को वोट देने से है लेकिन हेट पॉलिटिक्स पर इस अपील में खुलकर बात हुई थी।
वहीं हाल ही में 400 साहित्यकारों की ओर से की गई अपील में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया में देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला, राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध और अंतिम जन तक विकास की नई धारा प्रवाहित करने वाला नेता बताया गया है।
चाहे देर से जागे मगर अब हम कह सकते हैं कि साहित्यकार भी जाग गए हैं और सोनिया मैया के खांचे से बाहर निकल गए हैं।https://t.co/3tMYtlckC1
— SR Pundir (@PundirSR) April 20, 2019