तमिलनाडु में कुंभकोणम पुलिस ने गुरुवार को एक्टिविस्ट रामलिंगम की हत्या मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े एक सदस्य समेत पाँच लोगों को कुंभकोणम पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है।
ख़बर के अनुसार, मामले में आरोपितों को गिरफ़्तार करने के लिए गठित एक विशेष टीम ने 42 वर्षीय कार्यकर्ता और पीएमके (पट्टाली मक्कल काची) नेता वी रामलिंगम की जघन्य हत्या मामले में पाँच लोगों को हिरासत में लिया है। गिरफ़्तार लोगों की पहचान एस निजाम अली, सरबुद्दीन, रिज़वान, मोहम्मद अज़रुद्दीन और मोहम्मद रैयाज़ के रूप में की गई है।
कथित तौर पर, धार्मिक रूपांतरण का विरोध करने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों के एक समूह द्वारा उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
5 फरवरी को रामलिंगम ने देखा कि कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से संबंधित एक समूह द्वारा दलित बहुल पड़ोस में धर्मांतरण की प्रक्रिया चलाई जा रही थी। रामलिंगम ने उसी का विरोध किया, जिससे प्रचारकों और रामलिंगम के बीच विवाद शुरू हो गया। हालाँकि बाद में इस मुद्दे को कुछ मुस्लिम मौलवियों द्वारा सुलझा लिया गया था।
इस घटना के बाद अपने मिनीवैन में जब रामलिंगम घर वापस जा रहे थे तब चार लोगों के गिरोह ने कार से बाहर निकालकर रामलिंगम के हाथों पर धारदार हथियार से हमला किया और उनका हाथ काट दिया। गंभीर रूप से घायल रामलिंगम को कुंभकोणम के एक सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। बाद में उन्हें तंजावुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।