Monday, November 18, 2024
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मामू के घर गई थी 9 साल की बच्ची, खेल-खेल में बम उठा लिया: विस्फोट होते ही भांजी को छोड़ परिवार संग भागा अब्दुल, बंगाल की घटना

"देसी बम अब्दुल हुसैन के घर में कैरम बोर्ड के बगल में रखा हुआ था। जब बच्ची ने मचान पर गेंद जैसी वस्तु देखी, तो जिज्ञासावश उसे पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन देसी बम जमीन पर गिर गया और फट गया।"

पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में देसी बम विस्फोट में 9 साल की बच्ची की मौत हो गई। धमाका अब्दुल हुसैन के घर में हुआ। अब्दुल मृत बच्ची का मामा है। घटना बुधवार (16 नवंबर 2022) की है।

रिपोर्ट के अनुसार मृत लड़की बछोरा गाँव स्थित अपने ननिहाल गई थी। बुधवार की शाम खेल-खेल में उसने घर में रखे बम को उठा लिया। नीचे गिरते ही बम फट गया। धमाका होते ही अब्दुल अपने परिवार के साथ घर छोड़कर भाग गया। घायल बच्ची को ग्रामीण अस्पताल ले गए, जहाँ उसने दम तोड़ दिया।

अब्दुल हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार अब्दुल तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) का कार्यकर्ता है। मीनाखान अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) अमीनुल इस्लाम ने बताया, “मृतक की पहचान तीसरी कक्षा की छात्रा सोहना खातून उर्फ ​​झूमा के रूप में हुई है। वह दक्षिण 24 परगना जिले के बसंती इलाके की रहने वाली थी। छात्रा घटना से दो दिन पहले अपने मामा के घर आई थी। विस्फोट में उसके साथ खेल रही सहेली रहीमा परवीन और अनीशा खातून घायल हो गईं।”

पुलिस के मुताबिक, “देसी बम झूमा के मामा अब्दुल हुसैन के घर में कैरम बोर्ड के बगल में रखा हुआ था। जब बच्ची ने मचान पर एक गेंद जैसी वस्तु देखी, तो जिज्ञासावश उसे पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन देसी बम जमीन पर गिर गया और फट गया।” पुलिस के मुताबिक लड़की को लगा कि मचान पर नारियल रखा हुआ है। उसने उठाने का प्रयास किया तो वह नीचे गिर गया और धमाका हो गया।

अधिकारी के अनुसार बच्ची को ग्रामीण मिनाखान ग्रामीण अस्पताल लेकर आए थे। घटना के बाद अब्दुल अपने परिवार के साथ भाग गया था। लेकिन गुरुवार (17 नवंबर 2022) सुबह वह पकड़ा गया। पुलिस ने कहा कि अब्दुल के घर से 7 देसी बम भी बरामद किए हैं। उस पर आईपीसी की संबंधित धाराओं और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। उसके भाई अब्दुल सत्तार को भी गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस के मुताबिक अब्दुल एक निर्माण श्रमिक है और किराने की दुकान भी चलाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि वह सत्तारूढ़ टीएमसी से भी जुड़ा हुआ है। उसका आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है। हालाँकि पार्टी ने इस दावे का पार्टी ने खंडन किया है। तृणमूल नेता अजीजुल गाजी ने कहा है, “पार्टी का अब्दुल हुसैन के साथ कोई संबंध नहीं है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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