Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाजटैक्सी ड्राइवर से सवारी बन मिले तसलीम-शाहरुख-आबिद, सिर पर पत्थर मार हत्या की: दिल्ली-मुंबई...

टैक्सी ड्राइवर से सवारी बन मिले तसलीम-शाहरुख-आबिद, सिर पर पत्थर मार हत्या की: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर फेंकी लाश, गिरफ्तार

टैक्सी मालिक हरविंदर सिंह ने 22 सितम्बर को विशाल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया था कि विशाल का मोबाइल 19 सितम्बर की शाम से ही बंद है। पुलिस ने तलाश शुरू की तो 26 सितम्बर को विशाल का शव मिला।

दिल्ली के टैक्सी ड्राइवर विशाल की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। उसकी लाश दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे के पास नाले से मिली थी। इस मामले में पुलिस ने तसलीम, शाहरुख और आबिद को गिरफ्तार किया है। विशाल की हत्या 19 सितम्बर 2022 को हुई थी। वह सवारी छोड़ने राजस्थान के अलवर गया था।

रिपोर्ट्स में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि टैक्सी मालिक हरविंदर सिंह ने 22 सितम्बर को अपने ड्राइवर विशाल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया था कि विशाल का मोबाइल फोन 19 सितम्बर की शाम से ही बंद है। पुलिस ने विशाल की तलाश शुरू की तो 26 सितम्बर को उसका शव दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे के पास मिला।

पुलिस ने हत्याकांड की पड़ताल शुरू की तो सबसे पहले अलवर के ही फिरोजपुर थाना क्षेत्र के रवा गाँव के रहने वाले तसलीम का नाम सामने आया। तसलीम को गिरफ्तार कर के पूछताछ की गई तो उसने हत्या और लूट की बात कबूल कर ली। साथ ही बताया कि उसके रवा का शाहरुख और हरियाणा नूँह का आबिद भी इसमें शामिल था। पुलिस ने इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया है।

पूछताछ में तीनों ने बताया कि वे सवारी बनकर विशाल से अलवर में ही मिले थे। अलवर से 45 किलोमीर चलने पर फिरोजपुर के पास 2 आरोपितों ने टैक्सी रुकवाई और किराया देने के बहाने नीचे उत्तर गए। इस दौरान गाड़ी में ही बैठे एक अन्य आरोपित ने विशाल के सिर पर पीछे से लोहे की रॉड से वार किया, जिससे विशाल अचेत हो गया।

इसके बाद आरोपित विशाल को टैक्सी के पीछे डालकर घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित नौगाँवा ले गए। यहाँ पर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक नाले के पास पुलिया नंबर 82 पर रुक कर उन्होंने विशाल के सिर पर पत्थरों से वार कर उसकी हत्या कर दी। विशाल की लाश वहीं फेंक वे टैक्सी लेकर भाग गए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -