आतंकियों ने कश्मीर के शोपियां में पंजाब के अबोहर ज़िले के दो सेब व्यापारियों को गोली मार दी। इनमें से एक की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। हमले में मृतक की पहचान चरणजीत सिंह के रूप में हुई है, वहीं घायल की पहचान संजीव कुमार के रूप में की गई है। संजीव को चार गोलियाँ लगी हैं, उन्हें श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात को अंजाम देने के बाद से ही आतंकी फ़रार हैं।
Jammu & Kashmir: Two Punjab based apple traders, Charanjeet Singh & Sanjeev shot at by terrorists in Trenz, Shopian at around 7:30 pm today. Charanjeet succumbed to his injuries, while Sanjeev is stated to be in a critical condition.
— ANI (@ANI) 16 October 2019
पुलिस ने बताया कि सेब व्यापारी चरणजीत सिंह और संजीव पर शोपियां ज़िले के ट्रेंज़ में शाम साढ़े सात बजे 3-4 आतंकवादियों ने हमला किया था। दोनों को पुलवामा के ज़िला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ सिंह की मौत हो गई, जबकि संजीव की हालत गंभीर थी और वहाँ से उन्हें श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में भेज दिया गया।
इससे पहले, छत्तीसगढ़ के ईंट भट्ठा कार्यकर्ता सेठी कुमार सागर की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह पुलवामा के नेहामा इलाक़े में अपने कार्यस्थल के पास अपने दोस्त के साथ टहलने गए थे। घटना के बाद सेना ने उस इलाक़े की घेराबंदी की और घटनास्थल के पास आवासीय कॉलोनियों की तलाशी ली।
दक्षिणी कश्मीर में पिछले 48 घंटों में यह तीसरी घटना है, जिनमें आतंकियों ने दहशत फैलाने के मंशा से हमले किए। इन तीन घटनाओं में जम्मू-कश्मीर के बाहर के तीन लोग संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा मारे गए। सोमवार (14 अक्टूबर) की रात शोपियां के शिरमाल के सुंधु गाँव में राजस्थान के एक ट्रक चालक शेरी ख़ान की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह अपने ट्रक में सेब के डिब्बे लोड कर रहा था।
हत्या से प्रवासी श्रमिकों और ट्रक चालकों में दहशत फैल गई है जो घाटी से सेब की ढुलाई के लिए कश्मीर में बड़ी संख्या में मौजूद हैं। पिछले सप्ताह शनिवार (12 अक्टूबर 2019) को श्रीनगर के हरि सिंह हाई स्ट्रीट इलाक़े में ग्रेनेड हमला किया था, इसमें एक महिला समेत सात लोग घायल हुए थे। इससे पहले, पाँच अक्टूबर अनंतनाग में डीसी कार्यालय के बाहर भी ग्रेनेड से हमला किया गया था, जिसमें 14 लोग घायल हो गए थे।
श्रीनगर के नवाकदल इलाक़े में 28 सितंबर को ग्रेनेड हमला किया गया था, इसमें सीआरपीएफ की 38वीं बटालियन के जवानों को निशाना बनाया था।