राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने की घटनाएँ लगातार सामने आ रही है। पिछले दिनों बेगमपुर के एक मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्ति से उनके सिर अलग करने की घटना सामने आई थी। अब दिल्ली के गाजीपुर की सड़कों पर गायों के कटे हुए सिर मिलने की खबर सामने आ रही है।
ऑपइंडिया के पास गाजीपुर घटना से संबंधित एक वीडियो आई है। इसमें गायों के कटे सिर जमीन पर पड़े साफ दिख रहे हैं। हम अपनी इस खबर में उस वीडियो को साझा नहीं कर रहे, लेकिन वीडियो में क्या है यह हम आपको बताते हैं।
क्या है वीडियो में?
वीडियो में नजर आ रहा है कि 4-5 गायों का सिर जमीन पर काट कर फेंक दिया गया और दूर तक खून की धार बह रही हैं। लोगों ने पुलिस को फोन करके घटनास्थल पर बुलाया है और उनसे शिकायत कर रहे हैं कि इससे पहले भी दो-तीन बार ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है, लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वीडियो में स्थानीय लोग कह रहे हैं इलाके के विधायक जल्द ही घटनास्थल पर पहुँचने वाले हैं, लेकिन पुलिस उन सिरों को जल्द से जल्द वहाँ से हटवाने में लगी है। लोग इस मामले को उजागर करने के लिए अपील कर रहे हैं कि पहले मीडिया और विधायक को आ जाने दिया जाए तभी वह इन कटे सिरों को हटाएँ।
इस बीच पुलिस और स्थानीय लोगों में कहासुनी भी होती है। लेकिन पुलिस गायों के सिर ढकने का कार्य करती रहती है। वीडियो में एक युवक बताता है कि गाजीपुर थाने से 100 मीटर दूरी पर आए दिन गायों को काटने का काम होता रहता है। इतने में पुलिस अपनी गाड़ी में गायों के कटे सिर को रखकर थाने जाने लगती है।
लोग गुस्से में कहते हैं कि वह थाने तक जाएँगे कि आखिर कैसे चौराहे पर गाय काटी जा सकती है। वीडियो बनाने वाले आरोप लगाते हैं कि इस अपराध को करने वालों में डर नहीं है, उनकी सेटिंग हो रखी है।
इसके अलावा ऑपइंडिया को मिली जानकारी के अनुसार वीडियो भेजने वाले स्रोत का कहना है कि ऐसी वारदात लगातार 1 साल से हो रही है। पुलिस प्रशासन को भी बार-बार ध्यान कराया गया और रोड जाम किया गया, लेकिन फिर भी वारदात नहीं रुक रही है। आए दिन गाजीपुर डेयरी फार्म से गाय उठती है और काट कर यूँ ही फेंक दी जाती है।
बता दें कि इस वीडियो के सामने आने के बाद ऑपइंडिया ने मामले की पुष्टि के लिए गाजीपुर थाने में संपर्क किया। थाने से बताया गया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज हो गया है। आगे की पड़ताल चल रही है। लोकेशन और आरोपित संबंधित जानकारी पूछे जाने पर बताया गया कि विस्तार से एसएचओ ही जानकारी दे सकते हैं। लेकिन एसएचओ प्रेम सिंह नेगी ने मामला सुनकर फोट काट दिया और दोबारा उनसे हमारा संपर्क नहीं हो सका। थाने से हमें इस केस में दर्ज हुई एफआईआर संख्या (501) मालूम चली। हालाँकि, ऑनलाइन हमने जब इसे निकालने का प्रयास किया तो कोई रिकॉर्ड शो नहीं हुआ।
ऑपइंडिया इस संबंध में पुलिस से लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रही है। संपर्क होने पर हम इस खबर को अपडेट करेंगे।