पालतू कुत्तों की वफादारी की कई कहानियाँ आपने अक्सर सुनीं होंगी लेकिन सड़क पर घूमने वाले आवारा कुत्ते में भी कितने इमोशन्स होते हैं ये समझने के लिए एक कर्नाटक की घटना के बारे में जानना बेहद जरूरी है।
कर्नाटक के दावणगेरे में पिछले दिनों एक आवारा कुत्ते की जान बचाने के चक्कर में तीपेश नाम के लड़के ने अपनी जान गवा दी थी। जवान लड़के के चले जाने से घर में मातम का माहौल था। ऐसे में नाते-रिश्तेदारों का घर आ आकर सांत्वना देना एक आम बात थी। लेकिन इन सबके बीच उसी कुत्ते का घर आना लोगों को चौंका गया जिसे बचाते हुए तीपेश की जान गई थी।
In an incident that has surprised many, a dog visited the house of a deceased biker who had saved it in an accident. It is said it even consoled the mother of the deceased.#Karnataka #dog #DavanagereDogIncident pic.twitter.com/HG6OBItjtp
— NewsFirst Prime (@NewsFirstprime) November 22, 2023
सोचिए ये कितना अचंभित करने वाला होगा कि एक सड़क पर घूमने वाला कुत्ता कई किलोमीटर दूर से चलकर उसी तीपेश के घर आ पहुँचा, जिसने उसकी जान बचाई थी। तीपेश की माँ तो बताती हैं कि वो कुत्ता उनके घर पर तभी से आने की कोशिश कर रहा था जब से उनके बेटे का अंतिम संस्कार हुआ था, मगर इलाके के कुत्ते उसे भगा दे रहे थे।
आखिर में कुछ दिन बाद वही कुत्ता अचानक तीपेश के घर आ पहुँचा और जाकर सीधे तीपेश की माँ यशोदम्मा की गोद में अपना सिर रख दिया। घरवालों को जरा देर भी नहीं लगी समझने में कि किस तरह वो कुत्ता उनके बेटे की मौत पर दुख जताने के लिए इतनी दूर से उनके घर आया है और ऐसी हरकत करके वो बताने की कोशिश कर रहा है कि उसे भी बहुत दुख है तीपेश के जाने का।
रिपोर्ट्स की मानें तो रिश्तेदारों का कहना है कि कुत्ता करीब 8 किलोमीटर तक चलने के बाद तीपेश के घर पहुँचा था। उसने उसी वाहन का पीछा करके घर का पता लगाया था जिसमें तीपेश के शव को लाया गया। अंतिम संस्कार के वक्त भी वो कुत्ता आसपास ही था और हैरानी तो सबको तब हुई जब वो 3 दिन बाद घर में घुसकर सीधे तीपेश की माँ के पास जाकर बैठ गया।
तिपेश के घरवालों का कहना है कि वो कुत्ते से नाराज नहीं है। हादसे में उन्होंने अपना बेटा-भाई खोया है। इसमें उस कुत्ते की क्या गलती। आज वो कुत्ता अपने व्यवहार के चलते तीपेश के घरवालों के साथ ही रहता है। हर मीडिया अखबार में उसकी चर्चा हो रही है।