Sunday, November 3, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयहिन्दू लड़की की मौत का मामला उलझा: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या बताने पर शक...

हिन्दू लड़की की मौत का मामला उलझा: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या बताने पर शक गहराया

कराची में स्वास्थ्य विभाग के मेडिको-लीगल डिपार्टमेंट के विशेषज्ञों और अधिकारियों का मानना है कि ऑटोप्सी रिपोर्ट में कई खामियाँ हैं और रिपोर्ट में प्रमुख तथ्यों का जिक्र नहीं किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि तस्वीर में गले पर पड़ा निशान दुपट्टे के कारण नहीं था।

पाकिस्तान में हिन्दू लड़की नमृता चंदानी की हत्या के मामले में अटॉप्सी रिपोर्ट पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अटॉप्सी रिपोर्ट में कई खामियाँ हैं। बता दें सिंध प्रांत के एक डेंटल कॉलेज के हॉस्टल में मृत पाई गई चंदानी एक सोशल एक्टिविस्ट थीं। वह डेंटल कॉ़लेज के फाइनल ईयर में थीं।

Dawn में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा “नमृता चंदानी के गले पर पड़े ‘निशान रस्सी के थे।’ पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया कि ‘आत्महत्या का मामला है लेकिन गला घोंटने के साफ निशान दिखाई देते हैं।”

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कराची में स्वास्थ्य विभाग के मेडिको-लीगल डिपार्टमेंट के विशेषज्ञों और अधिकारियों का मानना है कि ऑटोप्सी रिपोर्ट में कई खामियाँ हैं और रिपोर्ट में प्रमुख तथ्यों का जिक्र नहीं किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि तस्वीर में गले पर पड़ा निशान दुपट्टे के कारण नहीं था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु और पोस्टमार्टम के बीच का समय 11-12 घंटे था, लेकिन तस्वीर लगभग 24 घंटे पुरानी थी। विशेषज्ञों ने कहा कि सड़न के बारे में लरकाना में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई टिप्पणी नहीं की गई थी। विशेषज्ञों ने कहा कि यह भी संदेहास्पद था कि पाँच फीट लंबी लड़की कैसे छत के पंखे से लटक गई, जो 15 फीट ऊँची थी।

बता दें कि नमृता का जबरन धर्मांतरण कराने की कोशिश की गई थी। बाद में उसकी लाश हॉस्टल के कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मिली। उसका शव बिस्तर पर पड़ा था और गले में रस्सी बॅंधी थी। प्रशासन इसे आत्महत्या का मामला बताकर रफा-दफा करना चाहता है, जबकि नमृता के भाई का कहना है कि उसकी हत्या की गई है।

नमृता चंदानी लरकाना के बीबी आसिफ़ा डेंटल कॉलेज में बीडीएस की फाइनल ईयर की छात्रा थीं। बहन की मृत्यु पर नमृता के भाई डॉ. विशाल सुंदर ने कहा, “उसके शरीर के अन्य हिस्सों पर भी निशान हैं, जैसे कोई उसे पकड़ रखा हो। हम अल्पसंख्यक हैं, कृपया हमारे लिए खड़े हों।”

नमृता के भाई विशाल जो कि खुद मेडिकल कंसलटेंट हैं का कहना है प्राथमिक जाँच से पता चलता है कि
नमृता की हत्या की गई है। विशाल ने कहा, मैंने नमृता की गर्दन पर तार के निशान देखे हैं। ऐसे ही निशान उसके हाथ पर थे। लेकिन उसकी दोस्त का कहना है कि उसने नमृता को जब देखा तो उसके गले में दुपट्टा बॅंधा था।

कॉलेज प्रशासन ने हिन्दू लड़की की मृत्यु को आत्महत्या करार देने की कोशिश की, लेकिन सबूत उसकी हत्या की ओर इशारा करते नज़र आ रहे हैं।

घटनास्थल की स्थिति से ऐसा पता चलता है कि मृतका ने अपनी जान बचाने के लिए काफ़ी संघर्ष किया था। उसका फोन भी ग़ायब था, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया। अब सवाल यह है कि रस्सी से लटकने के बजाय उसका शरीर बिस्तर पर क्यों पड़ा था, जैसा कि आमतौर पर फाँसी लगाकर आत्महत्या के मामलों में होता है।

बता दें कि सिंध प्रांत के घोटकी में हिंदू लड़की लड़की नमृता चंदानी की हत्या ने लोगों को झकझोर दिया था। विरोध में देर रात बड़ी संख्या में लोग कराची की सड़कों पर उतरे और हत्यारों की गिरफ़्तारी की माँग भी की थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हिंदू छात्रा की मौत के मामले में पाकिस्तान के कराची में विरोध प्रदर्शन बढ़ने पर वहाँ की एक अदालत ने बुधवार को न्यायिक जाँच का आदेश दिया था। लड़की के परिवार ने भी दावा किया है कि उसकी हत्या की गई है। चंदानी के परिवार ने उसके आत्महत्या करने से इनकार किया है। परिवार ने उसकी मौत की परिस्थितियों की एक ‘पारदर्शी जाँच’ की माँग की है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘कार्यकर्ताओं के कहने पर गई मंदिर, पूजा-पाठ नहीं की’ : फतवा जारी होते ही सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने की तौबा, पार्टी वाले वीडियो...

नसीम सोलंकी अपने समर्थकों सहित चुनाव प्रचार कर रहीं थीं तभी वो एक मंदिर में रुकीं और जलाभिषेक किया। इसके बाद पूरा बवाल उठा।

कर्नाटक में ASI की संपत्ति के भी पीछे पड़ा वक्फ बोर्ड, 53 ऐतिहासिक स्मारकों पर दावा: RTI से खुलासा, पहले किसानों की 1500 एकड़...

कॉन्ग्रेस-शासित कर्नाटक में वक्फ बोर्ड ने राज्य के 53 ऐतिहासिक स्मारकों पर अपना दावा किया है, जिनमें से 43 स्मारक पहले ही उनके कब्जे में आ चुके हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -