कर्नाटक में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफ़ी वायरल हो रही है। आज के दौर में जब विधायक या सांसद का चुनाव जीतना गंगा नहाने के समान होता जा रहा है, इस तस्वीर से हमें काफ़ी कुछ सीखने को मिल सकता है। कर्नाटक में सोशल मीडिया के विभिन्न प्लैटफॉर्म्स पर धूम मचा रही ये तस्वीर एक बुज़ुर्ग की है। तस्वीर में साइकल पर जा रहे यह बुर्जुग लुंगी पहने हुए हैं और इनकी साइकिल में दूध का एक डब्बा लटका हुआ है। टाइम्स नेटवर्क की ख़बर के अनुसार, ये बुज़ुर्ग भाजपा विधायक के पिता हैं। इनका नाम मुथन्ना पूंजा है और इनके बेटे हरीश पूंजा दक्षिण कन्नड़ जिले की बेलथान्गडी सीट से भाजपा विधायक हैं। सोशल मीडिया पर लोग इसे प्रेरणादायी तस्वीर बताते हुए कह रहे हैं कि कैसे बेटे के विधायक होते हुए भी यह बुज़ुर्ग इतना सिंपल जीवन जी रहा है।
पूंजा ने 2018 विधानसभा चुनाव में वसंत बंगेरा को 23,000 के क़रीब मतों से मात दी थी। बेलथान्गडी से 9 बार चुनाव लड़ चुके व पाँच बार विधायक रह चुके वसंत बंगेरा को हराकर चर्चा में आए हरीश पहले भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता हुआ करते थे। वसंत भाजपा से जदएस और फिर कॉन्ग्रेस में आए थे। पूंजा से पहले इस सीट पर ख़ास परिवारों के लोग ही जीतते आए थी, जिस क्रम को पूंजा ने तोड़ दिया। नवभारत टाइम्स के अनुसार, वायरल तस्वीर हरीश पूंजा के पिता मुथन्ना पूंजा की ही है। सफ़ेद शर्ट और घुटने तक मुड़ी धोती पहनकर घूमने वाले मुथन्ना पूंजा सच में काफ़ी सिंपल जीवन जीते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित ख़बर के अनुसार, मुथन्ना ने इस फोटो के बारे में बात करते हुए कहा, “मैंने अभी तक तस्वीर नहीं देखी है। हम अपनी जीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं। मैं हर रोज अपने खेतों में जाता हूं। 30 साल पहले हमारी बीड़ी की एक इकाई थी और मैं साइकल से ही वहाँ जाता था। मैं पास में ही एक डेयरी में दूध के लिए जाता हूँ। यह सब मेरी दिनचर्या में शामिल है।” मुथन्ना के इस बयान से पता चलता है कि बेटे के विधायक बनने के बाद भी उनकी लाइफस्टाइल में कोई बदलाव नहीं आया है और वे अभी भी पहले की तरह ही जीवन जी रहे हैं।
टाइम्स नेटवर्क की रिपोर्ट के अनुसार, विधायक हरीश पूंजा ने भी अपने पिता के इस लाइफस्टाइल को स्वीकारते हुए कहा कि ये ख़बर सच है। विधायक पूंजा ने अपने पिता की वायरल तस्वीर पर बात करते हुए कहा, “हम एक ग़रीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं और मेरे पिता किसान हैं। मेरे विधायक बन जाने के बाद भी उनकी जिंदगी में कोई बदलाव नहीं आया है। उनकी जिंदगी कृषि और डेयरी फार्मिंग के चारों तरफ ही घूमती है। वह आम किसानों की तरह ही वह उठकर डेयरी में दूध का काम करते हैं और फिर खेत में जाकर काम भी करते हैं।“
आज के दौर में जब विधायक, सांसद और मंत्री बन जाने के बाद नेतागण महँगी गाड़ियों में घूमने लगते हैं और महँगे बंगलों में रहने लगते हैं, हरीश पूंजा का परिवार एक आदर्श प्रस्तुत करता है। करोड़पति नेताओं के इस दौर में विधायक बनने के बाद भी अगर उनके परिवार ने कृषि व दूध का काम नहीं छोड़ा है, यह सराहनीय बात है।