रमेश बाबू प्रज्ञानानंद (Rameshbabu Praggnanandhaa) – इस नाम को याद रख लीजिए। प्रतियोगी परिक्षाओं में यह सवाल आने वाला है। क्यों? क्योंकि 18 साल के इस लड़के ने इतिहास रच दिया है। फाइड शतरंज विश्व कप 2023 (FIDE Chess World Cup 2023 Final) के फाइनल में प्रज्ञानानंद ने वर्ल्ड नंबर वन मैग्नस कार्लसन के साथ पहला गेम ड्रॉ खेला।
The first game of the #FIDEWorldCup final between Praggnanandhaa and Magnus Carlsen ends in a draw after 35 moves.
— International Chess Federation (@FIDE_chess) August 22, 2023
Magnus will be White in tomorrow's second classical game.
📷 Stev Bonhage pic.twitter.com/UXpcbQxIfN
Praggnanandhaa: "I didn't expect to play Magnus in this tournament at all because the only way I could play him was in the final, and I didn't expect to be in the final… I will just try to give my best and see how it goes!" #FIDEWorldCup pic.twitter.com/pRBLBepxzB
— International Chess Federation (@FIDE_chess) August 21, 2023
सफेद मोहरों से खेलते हुए प्रज्ञानानंद ने कहीं अधिक अनुभवी और बेहतर रेटिंग वाले कार्लसन को ड्रॉ खेलने के लिए मजबूर किया। दोनों खिलाड़ियों के बीच 35 चाल की गेम हुई। 23 अगस्त को फाइनल का दूसरा मैच खेला जाएगा, जिसमें मैग्नस कार्लसन सफेद मोहरों के साथ शुरुआत करेंगे।
Magnus Carlsen: "Normally, I would just probably have a bit of an advantage having a rest day while he had to play a tough tiebreak yesterday, but I've been in a pretty rough shape the last couple of days. I got some food poisoning after the game against Abasov. I haven't been… pic.twitter.com/e1Io9I4EFI
— International Chess Federation (@FIDE_chess) August 22, 2023
भारतीय ग्रैंड मास्टर रमेश बाबू प्रज्ञानानंद (Rameshbabu Praggnanandhaa) ने सोमवार (21, अगस्त 2023) को अमेरिकी ग्रैंड मास्टर फैबियानो कारूआना को हराकर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही वह फाइड शतरंज विश्व कप 2023 (FIDE Chess World Cup 2023 Final) के फाइनल में पहुँच गए। जहाँ उनका मुकाबला विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) से होगा। भारत के महान शतंरज खिलाड़ी और पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आंनद ने भी प्रज्ञानानंद की तारीफ की है।
फाइड शतरंज विश्व कप 2023 का आयोजन अजरबैजान के बाकू में हो रहा है। जहाँ 18 वर्षीय रामबाबू प्रज्ञानानंद ने फैबियानो कारूआना के साथ दो मैचों की क्लासिकल सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त की थी। हालाँकि इसके बाद रोमांचक टाइब्रेकर मुकाबले में प्रागनानंदा ने कारूआना को 3.5-2.5 से पछाड़ते हुए फाइनल में जगह बना ली।
🔥 Praggnanandhaa goes to the final of the #FIDEWorldCup!
— International Chess Federation (@FIDE_chess) August 21, 2023
The Indian prodigy managed to beat world #3 Fabiano Caruana 3.5-2.5 after tiebreaks and will battle it out against Magnus Carlsen for the title.
📷 Maria Emelianova pic.twitter.com/FDOjflp6jL
बॉबी फिशर और मैग्नस कार्लसन के बाद प्रज्ञानानंद शतरंज विश्व कप के फाइनल में पहुँचने तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। इसके अलावा प्रज्ञानानंद बीते दो दशक में भारत की ओर से फाइनल खेलने वाले इकलौते खिलाड़ी होंगे। इससे पहले विश्वानाथन आनंद ने साल 2000 और 2002 में पहले दो विश्व कप जीते थे।
प्रज्ञानानंद के फाइनल में पहुँचने पर विश्वानाथन आनंद ने खुशी जताई है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “प्राग फाइनल में पहुँच गया है। उसने टाईब्रेकर में फैबियानो कारूआना को हराया। अब उनका मुकाबला मैग्नस कार्लसन से होगा। क्या प्रदर्शन है।”
Pragg goes through to the final! He beats Fabiano Caruana in the tiebreak and will face Magnus Carlsen now.
— Viswanathan Anand (@vishy64theking) August 21, 2023
What a performance!@FIDE_chess #FIDEWorldCup2023
फाइड शतरंज विश्व कप फाइनल में रमेश बाबू प्रज्ञानानंद का मुकाबला नार्वे के मैग्नस कार्लसन से होगा। यह मुकाबला मंगलवार (22 अगस्त, 2023) को शाम 4:30 से खेला जाएगा। इस मुकाबले को FIDE Chess के यूट्यूब चैनल पर लाइव देखा जा सकता है। बता दें कि ग्रैंड मास्टर मैग्नस कार्लसन 5 बार के फाइड शतरंज विश्व कप विजेता हैं। साथ ही 4 बार के विश्व रैपिड शतरंज चैंपियन और मौजूदा 6 बार के विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैंपियन हैं। कार्लसन 1 जुलाई 2011 से अब तक विश्व शतरंज रैंकिंग में दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी बने हुए हैं।
रमेश बाबू प्रज्ञानानंद और मैग्नस कार्लसन के बीच होने वाले मुकाबले में दोनों के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है। प्रज्ञानानंद कार्लसन को इससे पहले हरा चुके हैं। उन्होंने 22 फरवरी, 2022 को महज 16 साल की उम्र में तत्कालीन विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को एयरथिंग्स मास्टर्स रैपिड शतरंज टूर्नामेंट के दौरान रैपिड राउंड में हराया था। इसके अलावा उन्हें ब्लिट्ज में भी मात दे चुके हैं।
10 अगस्त 2005 को जन्मे रमेश बाबू प्रज्ञानानंद चेन्नई के रहने वाले हैं। वह साल 2016 में महज 10 साल, 10 महीने और 19 दिन की उम्र में इंटरनेशनल मास्टर बन गए। वह सबसे कम उम्र में इंटरनेशनल मास्टर बनने वाले खिलाड़ी हैं। दो साल बाद यानी साल 2018 में वह सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बने थे।
इससे पहले प्रज्ञानानंद ने साल 2013 में 7 साल की उम्र में विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप अंडर-8 का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद साल 2015 में अंडर-10 का खिताब जीता। प्रज्ञानानंद की बहन वैशाली रमेश बाबू भी शतरंज खिलाड़ी हैं। वह भी अंडर-12 और अंडर-14 की विश्व चैंपियन रह चुकी हैं। उन्होंने साल 2016 में विमेन इंटरनेशनल मास्टर का खिताब जीता था।