पुलवामा में हुए त्रासद आतंकी हमले ने देश और दुनिया को हिला कर रख दिया है। इस आत्मघाती हमले में शहीद होने वाले CRPF जवानों की संख्या 42 हो गई है। जहाँ पूरा देश और दुनिया पाकिस्तान परस्त आतंकियों द्वारा अंजाम दिए गए इस हमले की कड़ी निंदा कर रहा है, पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार से इसका कड़ा प्रत्युत्तर देने की माँग कर रहा है। आइए एक नज़र डालते हैं इस आतंकी हमले से जुड़े 10 और बड़ी बातों पर:
1. ख़ुफ़िया विभाग ने 1 सप्ताह पहले ही दी थी चेतावनी
मीडिया में आई ताज़ा ख़बरों के अनुसार ख़ुफ़िया एजेंसियों ने एक सप्ताह पहले ही IED को लेकर आगाह किया था। 8 फरवरी को, ख़ुफ़िया एजेंसियों ने एक IED हमले के बारे में चेतावनी जारी की थी और सुरक्षा बलों को उस क्षेत्र से बम या आतंकियों के सफाए की भी सलाह दी थी। एजेंसियों ने कहा था कि जवानों की तैनाती से पहले क्षेत्र में यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है।
CRPF जवानों के इस काफ़िले में 2,547 जवान थे। जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किया गया यह हमला जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ सालों में हुआ सबसे बड़ा हमला है।
2. पाकिस्तान का बेतुका बयान, UN ने की भर्त्सना
पाकिस्तान ने अपनी धरती पर पल रहे आतंकवाद को लेकर तो कुछ नहीं कहा लेकिन इस घटना को लेकर अपने घड़ियाली आँसू ज़रूर दिखा दिए हैं। बेतुका, बेढंगा और अप्रासंगिक बयान देते हुए पाकिस्तान ने कश्मीर को ‘भारत अधिकृत कश्मीर’ कहा। पाक ने हमले की निंदा तो की है लेकिन पाकिस्तान से इसके तार जुड़े होने की बातों को सिरे से नकार दिया है। पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा:
“भारत अधिकृत कश्मीर के पुलवामा में हुआ हमला चिंता का विषय है। विश्व में कहीं पर भी होने वाली हिंसा की गतिविधियों की हम कड़ी निंदा करते हैं। इसके साथ ही बिना जाँच के भारतीय मीडिया और सरकार द्वारा हमले का लिंक पाकिस्तान से जोड़े के तमाम आक्षेपों को सिरे से ख़ारिज करते हैं।”
वहीं संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस हमले से जुड़े आतंकियों तो कटघरे के भीतर लाया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र ने अपने बयान में कहा:
“हम जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले की कड़ी निंदा करते हैं। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है हमारी उनके प्रति गहरी संवेदना है। हम सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं और हमले के जिम्मेदार सभी लोगों को जल्द से जल्द कठघरे में लाया जाएगा।”
#BREAKING: @UN strongly condemns the Pulwama terror attack in Jammu and Kashmir, India. Expresses deepest condolences to the families of martyrs, people and Govt of India. UN calls for the people behind the attack to be brought to justice. pic.twitter.com/WfJFyQLe8k
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) February 14, 2019
3. विशेष विमान से एयरबेस लाया जाएगा शहीद जवानों का शव
पुलवामा में अवंतीपुरा के गोरीपुरा हमले में हुए इस आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के शवों को विशेष विमान से एयरबेस लाया जाएगा। जवानों का शव एक विशेष विमान से ग़ाज़ियाबाद के हिंडन एयरबेस लाया जाएगा। यहाँ से जवानों का पार्थिव शरीर उनके घर भेजा जाएगा। मीडिया में अभी तक आ रही ख़बरों के मुताबिक़ हमले में शहीद जवानों में क़रीब 12 जवान उत्तर प्रदेश के हैं।
कई शव क्षत-विक्षत हो चुके हैं, जिसे देख कर किसी भी व्यक्ति का दिल दहल जाए। शहीद हुए जवानों की सूची जारी करने में हो रहे विलम्ब का कारण भी यही है। CRPF जल्द ही शहीद हुए जवानों के नाम की सूची जारी करेगा।
4. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने की निंदा, कई देश भारत के साथ
अमेरिका, इजराइल सहित कई देशों ने इस हमले की निंदा की है। श्रीलंका, भूटान और अफ़ग़ानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों ने भी दुःख की इस घड़ी में भारत के साथ होने की बात कही है। अमेरिका ने कहा कि आंतकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में वह भारत के साथ है। अमेरिका ने इसे एक बेहद ही घिनौना कृत्य बताया। उसने कहा: ‘हम तमाम देशों से कहना चाहते हैं कि वह यूएन सेक्युरिटी काउंसिल के रिजोल्यूशन को स्वीकार करें और अपने देश में आतंकवाद को पनाह देना बंद करें।’
Statement from the @WhiteHouse @PressSec on the Terrorist Attack in India @MEAIndia @CGI_Atlanta @IndiainChicago @cgihou @IndiainNewYork @CGISFO @HarshShringla @harshvshringla pic.twitter.com/K2HeZfzJtZ
— India in USA (@IndianEmbassyUS) February 15, 2019
Horrible terror attack on a police convoy in the Indian State of #Jammu&Kashmir: at least 40 police personnel reportedly killed, many injured. We condemn terrorism in all its forms. Germany stands by its strategic partner #India.
— GermanForeignOffice (@GermanyDiplo) February 14, 2019
जर्मनी ने भारत को अपना रणनीतिक सहयोगी बताते हुए कहा कि वह आतंकवाद की निंदा करता है, चाहे वह किसी भी रूप में हो। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया, रूस सहित तमाम बड़े देशों ने घटना की निंदा की है।
5. अज़हर मसूद पर बदल सकता है भारत का रुख
पाकिस्तान में बैठा आतंकवादी अज़हर मसूद इस हमले का मास्टरमाइंड है। हालाँकि मोदी और चिनफिंग के बीच वुहान समिट के बाद 2018 में भारत ने एक बार भी संयुक्त राष्ट्र में अज़हर के मसले को नहीं उठाया था। अब भारत अपने रुख में बदलाव कर सकता है। पठानकोट हमले का भी साज़िशकर्ता वही था। उस हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के दबावों के कारण पाकिस्तान ने उसे कस्टडी में लेने का दिखावा किया था।
संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के तहत अज़हर पर बैन लगाने के भारत के प्रयासों को चीन लगातार विफल करता रहा है। दरअसल, चीन अपने सहयोगी पाकिस्तान के हितों की रक्षा करना चाहता है। भारत ने अज़हर को लेकर पाकिस्तान पर पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ाने की माँग करते हुए कहा:
“हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सभी सदस्यों से जैश-ए-मोहम्मद चीफ अज़हर समेत आतंकियों की लिस्ट के प्रस्ताव को समर्थन देने की अपील दोहराते हैं। अज़हर UNSC की 1267 सैंक्शंस कमिटी के तहत एक घोषित आतंकी है।”