इस्लामिक स्कॉलर तारिक रमादान पर अब एक महिला पत्रकार के साथ गैंगरेप में शामिल होने का आरोप लगा है। दो महिलाओं के साथ बलात्कार को लेकर उन पर पहले से ही फ्रांस में मुकदमे चल रहे हैं। फ्रांस की न्यायिक सेवा से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई है।
अरब न्यूज के मुताबिक सूत्रों ने यूरोप 1 रेडियो और ला जर्नल डे डिमांशे की उस खबर की पुष्टि की है जिसमें एक 50 वर्षीय महिला पत्रकार ने 56 साल के रमादान पर अपने स्टाफ के साथ मिलकर गैंगरेप का आरोप लगाया है। यह घटना तब हुई जब महिला पत्रकार रमादान का इंटरव्यू लेने मई 2014 में लियोन के एक होटल में गई थी।
महिला पत्रकार का कहना है कि रमादान ने पुलिस में रिपोर्ट नहीं दर्ज कराने की धमकी भी दी थी। महिला के अनुसार तारिक ने जनवरी में मेसेंजर के जरिए उससे संपर्क किया था और कहा था, “तुम जानती नहीं हो मैं कितना पॉवरफुल हूँ।”
रमादान एक शादीशुदा आदमी है और उसके चार बच्चे भी हैं। साल 2017 तक वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हुआ करता था। लेकिन मीटू मूवमेंट के दौरान 2 महिलाओं ने उस पर रेप का आरोप लगाया था, जिसके बाद उसे वहाँ से निकाल दिया गया।
उल्लेखनीय है कि इस दौरान तारिक पर 2009 में एक दिव्यांग महिला और 2012 में एक फेमिनिस्ट कार्यकर्ता से रेप का आरोप लगा था। 2018 में बेल न मिलने के कारण 9 महीने उसे कस्टडी में रखा गया था।