इस्लामी आतंकी संगठन हमास के खिलाफ इजरायल की सैन्य कार्रवाई का अमेरिका ने खुले तौर पर समर्थन किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन ने कहा है कि जिस तरह की बर्बरता हुई है, उसका जवाब देना इजरायल का कर्तव्य है। अमेरिका का एक विमान गोला-बारूद लेकर भी इजरायल पहुँचा है।
इन हमलों में 14 अमेरिकी नागरिकों की मौत की पुष्टि भी बायडेन ने की है। साथ ही बताया है कि बंधकों में भी अमेरिकी नागरिक शामिल हैं। देश को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने हमास के हमलों को ‘बर्बर’ बताया है।
उन्होंने कहा कि हमास का यह हमला इस्लामिक स्टेट की बर्बरता की याद दिलाता है। इजरायल में लोगों को काटा गया। बच्चों को बचाने के लिए लोगों ने अपने जान कुर्बान कर दिए। परिवारों का कत्लेआम किया गया। युवाओं का नरसंहार हुआ। म्यूजिक फेस्टिवल में महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया। उन्होंने कहा कि इजरायल को ना केवल यह अधिकार है कि वह इन हमलों का जवाब दे, बल्कि यह उसका कर्तव्य भी है।
बायडेन ने कहा कि हमले के बाद इस इलाके में अमेरिका ने अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाया है। साथ ही इजरायल को भी सैन्य मदद दी जा रही है। अमेरिका ने अपने सबसे बड़े विमानवाहक युद्धपोत USS फोर्ड को इजरायल भेजा है। इसके अतिरिक्त, अमेरिका से गोला-बारूद लेकर एक विमान भी इजरायल पहुँचा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा यह एकदम स्पष्ट है कि हम इजरायल के साथ खड़े हैं। हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि इस संकट में इजरायल के पास वह सब हो जो उसे अपने नागरिकों की देखभाल करने, अपनी सुरक्षा करने और इस हमले का जवाब देने के लिए जरूरी है। गौरतलबी है कि हमलों के बाद से राष्ट्रपति बायडेन तीन बार इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात कर चुके हैं। दो बार देश को संबोधित कर चुके हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 11-13 अक्टूबर तक इजरायल की यात्रा पर जा रहे हैं। 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर अचानक हमला किया था। इन हमलों में 1200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 3000 लोग घायल हुए हैं। 150 के करीब लोगों को हमास ने गाजा के भीतर बंधक बनाकर रखा है।
जवाबी कार्रवाई में इजरायल लगातार गाजा पट्टी पर हवाई हमले कर रहा है। इजरायली सुरक्षा बलों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब तक 2,294 आतंकी पनाहगाहों को निशाना बनाया गया है। इजरायल ने अपने 3 लाख रिजर्व सैनिकों को भी वापस बुला लिया है। माना जा रहा है कि वह जल्द ही गाजा में अपनी सेना भी भेजेगा।