आतंकी संगठन ISIS के सरगना अबू बकर अल-बगदादी के खात्मे के बाद उसके नए सरगनाओं को लेकर अक्टूबर से ही अलग-अलग रिपोर्टों में विभिन्न दावे किए जाते रहे। अब अंग्रेजी अखबार The Guardian ने अपनी रिपोर्ट में खुफिया सेवाओं के हवाले से इस बारे में नया दावा किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि खुफिया सेवाओं ने ISIS के नए सरगना की पहचान आमिर मोहम्मद अब्दुल रहमान अल मवली अल-सल्बी के रूप में की है।
अखबार ने दो खुफिया सेवाओं के अधिकारियों के हवाले से बताया है कि अब्दुल रहमान आईएस के संस्थापकों में से एक है। उसके इशारे पर ही इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट का खिलाफत कायम होने के बाद यजीदी बच्चियों और महिलाओं से रूह कॅंपा देने वाले अत्याचार अंजाम दिए गए थे। उनसे बार-बार रेप किया गया और उन्हें सेक्स स्लेव बनाकर रखा गया।
यही नहीं दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में उसी की देखरेख में ISIS के आतंकी हमलों को अंजाम देते थे। रिपोर्ट के मुताबिक, सल्बी का जन्म इराक के ताल अफरा शहर में हुआ था। तुर्कमेन परिवार के सल्बी ने मोसुल यूनिवर्सिटी से शरिया कानून की डिग्री ली है।
A very interesting reporting from the always excellent @martinchulov, about the identity of the new Islamic State leader Abu Ibrahim al-Hashemi, citing officials from two intelligence services. https://t.co/kgHIjd3AGX
— Hassan Hassan (@hxhassan) January 21, 2020
A few comments in the following tweets:
गौरतलब है कि अक्टूबर में विशेष अमेरिकी बलों के हमले में आईएस सरगना अबु बकर अल बगदादी के मारे जाने के बाद संगठन ने अपने सरगना के रूप में अबु इब्राहिम अल हाशिमी अल कुरैशी के नाम का प्रस्ताव दिया था। लेकिन कुछ समीक्षकों का मानना है कि बगदादी को मौत के घाट उतारे जाने के बाद ISIS कोई भी बड़ा खतरा नहीं उठाना चाहता है। यही कारण है कि उनके नए सरगना के बारे में कोई भी जानकारी पुख्ता तौर पर कहीं भी मौजूद नहीं है।
गार्जियन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बगदादी के मारे जाने के कुछ ही घंटों के भीतर ही ISIS ने आमिर मोहम्मद अब्दुल रहमान अल मवली अल-सल्बी को अपना नया सरगना चुन लिया था। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि Islamic State की पूर्व घोषणा दुनिया को गुमराह करने के मकसद से की गई हो। बता दें, कुरैशी फिलहाल छद्मनाम है जिसकी पुष्टि अन्य सरगनाओं अथवा खुफिया एजेंसियों ने नहीं की हैं।
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