नेपाल के महोत्तरी जिले में हिन्दुओं की शोभायात्रा पर हमले की खबर है। इस हमले का आरोप मुस्लिम भीड़ पर लगा है। घटना के बाद जिले में तनाव चल रहा है। आरोप है कि झंडा लगाने के विवाद में हिन्दुओं पर पथराव किया गया है। हालात को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज के साथ आँसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े हैं। हिंसा में स्थानीय लोगों के साथ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक अब हालात नियंत्रण में हैं। घटना गुरुवार (27 अक्टूबर 2022) की है।
नेपाली मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक जिला प्रशासन ने हालात को काबू में रखने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है। हालात को बिगड़ता देख कर पुलिस ने मोर्चा संभाला। आरोप है कि पत्थरबाजों ने पुलिस पर हमला किया। स्थिति को नियंत्रण से बाहर जाता देख कर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आँसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस के सख्त एक्शन के बाद भीड़ तितर-बितर हुई।
सुदर्शन न्यूज़ पर हिन्दू सम्राट सेना के अध्यक्ष राजेश यादव ने घटना को विस्तार से बताया। इस दौरान राजेश यादव घायल दिख रहे थे और उनके सिर पर पट्टी बँधी थी। राजेश ने बताया कि पररिया मुस्लिम बहुल है, जिसमें शोभा यात्रा पहुँचते ही पथराव शुरू हो गया। उन्होंने बताया कि पत्थर मारने वालों में पुरुषों के साथ महिलाएँ भी शामिल थीं। राजेश के अनुसार, पथराव के चलते हिन्दू समाज के लगभग 20 लोगों का सिर फटा है।
राजेश ने बताया कि ये हमला पहला नहीं है और इस से पहले भी हिन्दू शोभा यात्राओं पर हमले हुए हैं। हिन्दू सम्राट सेना के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि उनके द्वारा लड़ी जा रही लड़ाई में उनका साथ उनके ही समाज के लोग नहीं देते हैं। इसी के साथ उन्होंने नेपाली मीडिया की भी आलोचना करते हुए उसे नेपाली नेताओं की पिछलग्गू बताया।
घटना के बाद महोत्तरी जिले के कई हिस्सों में धार्मिक जुलूस पर रोक लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि भंगहा नगर पालिका क्षेत्र में नेपाल के हिन्दू संगठन हिन्दू सम्राट सेना ने देवी माता का विसर्जन जुलूस निकाला था। इस दौरान मुस्लिम बहुल इलाका कहे जाने वाले क्षेत्र में एक स्थान पर झंडा लगाने को ले कर उनकी मुस्लिम पक्ष से जुबानी बहस होने लगी। आरोप है कि इसी बीच मुस्लिम समुदाय के लोग घरों और छतों से पत्थरबाजी करने लगे।
‘हिन्दू सम्राट सेना’ के पदाधिकारी धीरज मंडल ने ऑपइंडिया से बात की। उन्होंने बताया कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश यादव की हत्या की तैयारी मुस्लिमों द्वारा की गई है। धीरज ने हमें एक ग्रुप में कुछ मुस्लिमों की बातचीत का दावा करते हुए वीडियो भी भेजी। इस वीडियो में बाकायदा इस्लामी परिधान पहने कुछ लोग राजेश यादव का नाम ले रहे हैं। धीरज मंडल ने हमें घटना के दिन की वीडियो भी भेजी। इस वीडियो में कई औरतों को छतों से पत्थरबाजी करते देखा जा सकता है।
दीरज के मुताबिक, उनके जिले में मुस्लिमों की तादाद लगभग 15% हो गई है। धीरज ने नेपाल के शासन और प्रशासन पर भी आरोप लगाते हुए बताया कि हर मामले में पहली सुनवाई केवल मुस्लिमों की होती है। ‘हिन्दू सम्राट सेना’ के बारे में मंडल ने बताया कि उनकी कोई सुनवाई नहीं है और न ही कोई समर्थन। धीरज मंडल ने ऑपइंडिया को एक और वीडियो भेजा है। इस वीडियो में सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम युवकों को हाथों में लाठियाँ ले कर दौड़ते देखा जा सकता है।
थोड़ी देर बाद वो सभी युवक एक जगह रुक कर नारेबाजी करने लगे थे। उनमे से कुछ के हाथों में हरे रंग के झंडे भी दिखाई दे रहे हैं। धीरज के मुताबिक, वीडियो घटना के दिन का ही है। उन्होंने कहा, “उस दिन मुस्लिमों हिन्दुओं को घेर लिया गया था और हमारे मुखिया राजेश की हत्या की तैयारी थी। अगर कुछ स्थानीय लोगों ने हमारा साथ न दिया होता तो हमारे लीडर की हत्या तय थी।”
नेपाल की ‘हिन्दू सम्राट सेना’ की महिला पदाधिकारी मंजू मंडल ने भी ऑपइंडिया से बात की। उन्होंने बताया कि हमारे ही लोगों पर हमला हुआ और हमारे ही लोगों पर केस भी दर्ज हो गया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन ने राजेश यादव के ही नाम का अरेस्ट वारंट जारी कर रखा है। मंजू मंडल ने नेपाल के प्रशासन की कार्रवाई को पूरी तरह से एकतरफा बताया है।