शनिवार (1 अप्रैल 2023) को ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थकों ने बैसाखी के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को बाधित कर दिया। घटना एडिलेड की है। जहाँ पंजाब ऑस्ट्रेलियाई एसोसिएशन ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया इंक द्वारा बैसाखी मेला आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारी मनीष गुप्ता को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया था।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बैसाखी मेला आयोजित करने से नाराज कट्टरपंथियों ने आयोजकों में शामिल एक हिंदू-सिख जोड़े को परेशान भी किया। हरमीत कौर और राजेश ठाकुर ने आरोप लगाया है कि मेला आयोजित करने के लिए खालसा एड नाम के संगठन के लोगों ने उनके साथ मारपीट की। इतना ही नहीं खालिस्तानी समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर भी उन्हें धमकी दी गई। धमकियों से डरे दंपति का कहना है कि वे डर के मारे रातों को सो नहीं पा रहे हैं।
#BreakingNews | Hindu-Sikh couple being harassed over organising ‘Vaisakhi Mela’ in South Australia’s capital Adelaide
— News18 (@CNNnews18) March 31, 2023
We are spending sleepless nights after being threatened: Victim, Harmeet Kaur shares her plight. @siddhantvm shares more details with @ridhimb pic.twitter.com/lzhwbihgQD
जोड़े ने 31 मार्च को खालसा एड संगठन द्वारा मारपीट किए जाने और धमकी देने का आरोप लगाया। कट्टरवादी संगठन ने जोड़े को उनका कारोबार नष्ट करने की भी धमकी दी है। दंपति ने दावा किया कि उन्हें सोशल मीडिया पर सरबजीत सिंह पिपली नाम के शख्स ने बॉयकॉट की धमकी दी है। हरमीत कौर का कहना है कि खालिस्तानी समर्थकों द्वारा लगातार धमकी दी जा रही है। खालिस्तानियों का कहना है कि बैसाखी का नाम लेकर इस तरह का समारोह आयोजित करना त्योहार और सिंहों का अपमान है।
पिछले साल भी दंपति को खालिस्तानी संगठन खालसा एड के लोगों ने धमकी दी थी। उन्होंने मेले का नाम बदलने को लेकर राजेश ठाकुर को फोन किया था। रिपोर्टों के मुताबिक फोन पर खालसा एड के गुरिंदरजीत सिंह जस्सर ने धमकी देते हुए कहा था कि बैसाखी सिखों का त्योहार है। इस नाम का इस्तेमाल कर के अन्य कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा सकते। जस्सर ने आरोप लगाया था कि इस बैसाखी के नाम पर आयोजित कार्यक्रम में अश्लीलता फैलाई जा रही है।