ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहाँ एक ही शख्स के स्पर्म से 200 महिलाओं के गर्भवती होने की बात सामने आई है, जिसके अगम्यगमन या कौटुम्बिक व्यभिचार का खतरा बढ़ गया है। अर्थात, ये 200 बच्चे बड़े होंगे तो आपस में इनके शादी-विवाह का डर है, ये फिर इनके बच्चे आपस में शादी कर सकते हैं। मेडिकल विज्ञान मानता है कि खून के रिश्ते में शादी होने के बाद जो बच्चे पैदा होते हैं वो अनुवांशिक रोग से ग्रस्त हो सकते हैं।
वहाँ पर इन सबके लिए जिम्मेदार प्रशासन ने स्पर्म डोनर्स और इससे गर्भवती हुई महिलाओं के जो रिकॉर्ड्स रखे हैं, उनमें गड़बड़ी सामने आई है। जेनेटिक सूचनाओं में गड़बड़ी से बड़ी समस्या सामने आई है। क्वींसलैंड दुनिया की सबसे बड़ी IVF इंडस्ट्री में से है। कोरोना संबंधित दिशानिर्देशों और बढ़ती माँग के बीच अब वहाँ स्पर्म डोनेशन की कमी हो गई है। प्रत्येक 6 में से 1 परिवार ऑस्ट्रेलिया में परिवार शुरू करने में दिक्कतों का सामना करता है।
क्वींसलैंड की ये इंडस्ट्री कई मिलियन डॉलर की है। अब इनमें से 42% स्पर्म डोनेशन के रिकॉर्ड्स में गड़बड़ी सामने आई है। लोगों ने आरोप लगाया है कि उन्हें डोनर की मेडिकल स्थिति के बारे में कुछ नहीं बताया गया। इससे भ्रूण की पहचान में भी गड़बड़ी सामने आई है। कइयों का आरोप है कि वो जिस बच्चे का पालन-पोषण कर रहे हैं उनके बायोलॉजिकल अभिभावक कोई और हैं। बड़ी संख्या में स्पर्म डोनेशन को नष्ट भी किया गया है। ये तय मानक पर खड़े नहीं उतरे।
The Australian state of Queensland has ordered all its fertility clinics to get rid of their sperm stockpiles, after an audit found that almost half of the samples could have been misidentified. Mix-ups in donor identification could lead to parents and children being given the… pic.twitter.com/0MWtqIUQRQ
— RT (@RT_com) July 3, 2024
बड़ी मात्रा में संगहित डोनटेड स्पर्म को नष्ट करने का आदेश जारी किया गया है। ऑडिट में ये भी पता चला है कि निम्न गुणवत्ता वाले स्पर्म का भी बच्चा पैदा करने के लिए इस्तेमाल किया गया। एक ही डोनर कई क्लीनिकों में जाकर स्पर्म डोनेट करता है, ऐसे में उसके कितने परिवार होंगे इसके कोई रिकॉड्स गड़बड़ी की वजह से सामने नहीं आए हैं। सरकार के पास 200 से अधिक शिकायतें पहुँची हैं। सरकार अब इन परिवारों से बात कर के आगे का कदम उठाएगी।