ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में अधिकारियों ने खालिस्तानियों के एक कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। सिडनी के ब्लैकटाउन सिटी के लीज़र सेंटर स्टैनहोप में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) द्वारा जनमत संग्रह का कार्यक्रम प्रस्तावित था। कार्यक्रम के खिलाफ सैकड़ों शिकायतें दर्ज कराई गई थीं। ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों ने कर्मचारियों और आम लोगों की सुरक्षा और काउंसिल की संपत्ति की सुरक्षा के मद्देनजर इस प्रोपेगेंडा प्रोग्राम की अनुमति नहीं दी।
ब्लैकटाउन सिटी काउंसिल की एक प्रवक्ता ने द ऑस्ट्रेलिया टुडे को जानकारी दी कि काउंसिल ने शुक्रवार (12 मई 2023) की सुबह SFJ की बुकिंग को रद्द कर दिया है क्योंकि यह कार्यक्रम काउंसिल की पॉलिसी के खिलाफ है। उन्होंने कर्मचारियों, परिषद की संपत्तियों और आम लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। प्रवक्ता ने कहा कि काउंसिल भारत या पाकिस्तान के आंतरिक मामलों खासकर किसी तरह की राजनीतिक स्थिति का समर्थन या आलोचना नहीं करता। ऐसे में इस तरह के कार्यक्रम को अनुमती नहीं दी जा सकती।
बता दें ऑस्ट्रेलियाई हिंदू एसोसिएशन ने प्रस्तावित खालिस्तानी कार्यक्रम के खिलाफ शिकायत करते हुए ब्लैकटाउन काउंसिल से संपर्क कर कार्यक्रम रद्द करने की माँग की थी। ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा खुफिया संगठन (ASIO), ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस (AFP), न्यू साउथ वेल्स पुलिस, और विदेश मामलों और व्यापार विभाग (DFAT) ने भी खालिस्तानी कार्यक्रम को रद्द करने में प्राधिकरण की सहायता की।
द ऑस्ट्रेलिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार अरविंद गौड़ उन लोगों में से एक हैं, जिन्होंने सिख फॉर जस्टिस के कार्यक्रम के खिलाफ शिकायत की थी। गौड़ ने ही अधिकारियों को जानकारी दी थी कि कार्यक्रम के लिए तैयार किए गए पोस्टर व बैनर में आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे लोगों की प्रशंसा की गई है। इस पर काउंसिल के सीईओ केरी रॉबिन्सन ने उन्हें जवाब भेजा था। केरी ने बताया कि अधिकारियों की तरफ से ऐसे तमाम बैनर व पोस्टर हटाए जा रहे हैं जिनमें आतंकियों का गुणगान किया जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार विक्टोरिया में रजिस्टर्ड ‘सिख फॉर जस्टिस प्राइवेट लिमिटेड’ को लेकर जाँच भी चल रही है। यह जाँच बेहिसाब पैसों के लेन देन को लेकर की जा रही है।
इससे पहले शुक्रवार (5 मई 2023) की सुबह खालिस्तानी आतंकियों ने सिडनी के स्वामीनारायण मंदिर (BAPS Swaminarayan Temple) में तोड़फोड़ की थी। आतंकियों ने पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लिख दिए थे। मंदिर के दरवाजे पर खालिस्तानी झंडा भी लटका दिया गया था। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर हमले को लेकर चिंता जाहिर की थी और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज (Anthony Albanese) से इस मुद्दे पर बात की थी।