फ्रांस की राजधानी पेरिस में ओलम्पिक खेल से कुछ दिन पहले ही एक ऑस्ट्रेलियाई महिला से गैंगरेप किया गया। महिला को पाँच प्रवासी लड़कों ने निशाना बनाया। पुलिस इस मामले की जाँच कर रही है और गैंगरेप करने वाले को पकड़ने का प्रयास कर रही है। यह घटना पेरिस में होने वाले ओलम्पिक खेल से कुछ दिन पहले ही हुई है।
यह घटना मंगलवार (23 जुलाई, 2024) को पुलिस के पास पहुँची है। पेरिस घूमने आई महिला ने पुलिस को बताया कि उसे इन पाँचों ने तब निशाना बनाया जब वह फ्रेंच नहीं बोल पाई और हड़बड़ी में दिखी। इसके बाद पाँचों ने उसे निशाना बनाया और गैंगरेप किया। पाँचों आरोपित अफ्रीकाई प्रवासी बताए जा रहे हैं, हालाँकि उनकी पहचान सामने नहीं आई है।
जानकारी के अनुसार, महिला सबसे पहले एक प्रसिद्द कबाब की दुकान के बाहर पहुँची, उसके कपड़े अस्त व्यस्त थे। उसने दुकान वालों से मदद लेनी चाही लेकिन भाषाई समस्या के चलते ऐसा नहीं हो सका। इसके बाद उसे कुछ सरकारी कर्मचारियों ने देखा और अस्पताल में भर्ती करवाया।
Australian woman gang r*ped by group of African migrant men in Paris, just days before the Olympics.
— Oli London (@OliLondonTV) July 23, 2024
The 25 year old woman told police she was attacked by ‘by five men of African appearance’ near the Moulin Rouge on Saturday- according to Daily Mail.
After the attack the… pic.twitter.com/uER1zGz3PE
बताया गया है कि महिला एक म्यूजिक फेस्टिवल के लिए पेरिस आई थी और उसे 21 जुलाई, 2024 को वापस जाना था। पुलिस अब इस मामले में CCTV कैमरों की सहायता से आरोपितों को पहचानने का प्रयास कर रही है और आरोपितों को पकड़ने के प्रयास में है।
वहीं ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इस मामले में एक्शन लिया है। फ्रांस में स्थित ऑस्ट्रेलियाई दूतावास ने महिला को राजनयिक मदद देने की बात कही है। दूतावास ने कहा है कि उसने महिला पर हमले की जानकारी के बाद फ़्रांस के अधिकारियों को तलब किया है।
पुलिस ने बताया है कि वह जल्द ही आरोपितों को पकड़ लेगी और महिला को न्याय दिलाएगी। पेरिस में हुई यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न खड़े कर रही है। इस घटना के बाद पेरिस पुलिस की आलोचना भी हो रही है। गौरतलब है कि पेरिस ओलम्पिक में लगभग 18000 जवानों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है।
इसके अलावा यहाँ आने वाले खिलाडियों, दर्शकों और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए 45000 पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। कई देशों से पुलिस अधिकारी भी बुलाए गए हैं।