बांग्लादेश में हिन्दुओं का लगातार उत्पीड़न हो रहा है। ‘हिन्दू कॉलेज’ की शादीशुदा युवती अनीका रॉय का क्रिसमस 2019 के दिन अपहरण कर लिया गया। बुधवार (दिसंबर 25, 2019) को हुई इस घटना को लेकर वहाँ के हिन्दू समाज में भय का माहौल है। महिला का अपहरण जबरन इस्लामी धर्मान्तरण कराने के मकसद से किया गया। ये घटना तब हुई, जब वह अपने पिता के घर गई थी। उसका अपहरण करने वाले तीनों आरोपित मुस्लिम हैं। बांग्लादेश की इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर वहाँ के कुछ अल्पसंख्यकों ने बताया कि वहाँ ऐसी घटनाएँ रोज़ हो रही हैं।
तीनों आरोपितों के नाम हैं- मोहम्मद नाहिद हसन, मोहम्मद नसीर हैदर और मोहम्मद सबुज। ये सभी ढाका के देमुरा स्थित तम्बूराबाद गाँव के रहने वाले हैं। पीड़िता के पिता अखिल चंद्र रॉय ने इस मामले की शिकायत देमुरा पुलिस स्टेशन में लिखाई है। इसमें ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वाच (BDMW)’ के अध्यक्ष रवींद्र घोष ने उनकी मदद की। बीडीएमडब्ल्यू से इस केस की जाँच कर रहे पुलिस अधिकारी इस केस की शिकायत दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
बीडीएमडब्ल्यू ने बयान जारी कर कहा कि संगठन बांग्लादेश में लगातार होती ऐसी घटनाओं से ख़ासा चिंतित है, जिसमें अल्पसंख्यक लड़कियों का अपहरण कर के उनका जबरन धर्मान्तरण कराया जाता है। उनसे जबरन इस्लाम कबूलने को कहा जाता है।
The name of the perpetrators are : 1) Md. Nahid Hasan-22, 2) Md.Nasir Hyder-60, 3) Md.Sabuj (35) all of village Tamburabad, Demra P.S, Dhaka.
— Joyanta Karmoker(জয়ন্ত কর্মকার) (@JoyantaKarmoker) January 7, 2020
पीड़िता के पिता अखिल चंद्र रॉय स्थानीय व्यवसायी हैं और इसी से अपने परिवार का गुजर-बसर करते हैं। उनकी बेटी अनिका का अपहरण कर लिया गया। अनिका की शादी सुमन चंद्र भौमिक से हुई थी। वो ढाका स्थित काबी नजरुल गवर्नमेंट कॉलेज की छात्रा हैं। अनिका और सुमन की शादी पूरे हिन्दू रीति-रिवाज के साथ हुई थी। घटना के दिन अनिका अपने पति के साथ अपने पिता के यहाँ आई हुई थीं।
Bangladesh Minority Watch is very much concerned about kidnapping and endeavor to convert this Hindu girl (married) by dubious means. The Victim should be rescued and the perpetrators should be brought to book as per law of the country.
— Joyanta Karmoker(জয়ন্ত কর্মকার) (@JoyantaKarmoker) January 7, 2020
रात को 11 बजे जब वो एक फोन कॉल पर बात करते हुए बाहर निकलीं, तभी नाहिद, नसीर और सुबाज ने उसका अपहरण कर लिया। अभी तक ये नहीं पता चल पाया है कि आरोपित पीड़िता का अपहरण करके उसे कहाँ ले गए हैं।
(बांग्ला भाषा में लिखी हुई बांग्लादेश पुलिस की FIR कॉपी का अनुवाद करने के लिए दीपाश्री का सहयोग लिया गया है)