ब्रिटेन के लिसेस्टर में हुई हिंदू विरोधी हिंसा के बाद अब आतंकवाद रोधी संस्थान हैनरी जैक्सन सोसायटी (HSJ) ने इस संबंध में अपनी एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे ब्रिटेन के स्कूलों में बच्चों को हिंदू विरोधी घृणा का सामना करना पड़ रहा है।
रिपोर्ट बताती है कि ब्रिटेन के स्कूल में हिंदू छात्रों के साथ न केवल त्योहारों पर भेदभाव होता है बल्कि माथे पर तिलक होने की वजह से उन्हें प्रताड़ित किया जाता है, उनके हिंदू होने के लिए उनपर बीफ फेंका जाता है। उन्हें जाकिर नाइक जैसे कट्टरपंथी की वीडियो दिखाकर कहा जाता है कि अगर वो परेशान नहीं होना चाहते तो इस्लाम कबूल कर लें।
उनसे कहा जाता है, “अगर जन्नत जाना है तो इस्लाम कबूल लो। हिंदू तो शाकाहारी होते हैं, फूड चेन के सब नीचे में। हम तुम्हें खा जाएँगे।”
HJS की रिपोर्ट बताती है कि उनके सर्वे में 51 फीसद माता-पिता ने माना कि उनके बच्चों को स्कूल में हिंदू घृणा झेलनी पड़ती है। रिपोर्ट के मुताबिक कुल 254 अभिभावकों से बात की गई। इस दौरान उन्होंने कई तरह के तरह के खुलासे किए।
अभिभावकों ने बताया कि स्कूल में टीचर बुत पूजन का मजाक उड़ाते हुए कहते हैं कि हिंदुओं को अपने भगवानों के बारे में ही नहीं पता क्योंकि उनके तो इतने सारे भगवान हैं। एक अभिभावक ने तो ये तक बताया कि उनके बच्चे को स्कूल में माथे पर तिलक लगान के लिए प्रताड़ित किया जाता था। इसके कारण उन्हें अपने बच्चे के लिए ईस्ट लंदन में ही रहते हुए तीन स्कूल बदलने पड़े।
इसी तरह एक ने बताया कि कैसे उनकी बच्ची के ऊपर बीफ सिर्फ इसलिए फेंक गया क्योंकि वो हिंदू है। रिपोर्ट बताती हैं कि हिंदू बच्चों के ऊपर ब्रिटेन के स्कूल में इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाया जाता है। इतना ही नहीं भारत में घटित होने वाली घटनाओं का असर भी ब्रिटेन के स्कूलों में हिंदू छात्रों को भुगतना पड़ता है। एक अभिभावक के मुताबिक अन्य छात्र उनकी बेटी से पूछते थे तुमने हमारा मस्जिद क्यों तोड़ा। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद भी ब्रिटेन के स्कूल में हिंदू छात्रों को प्रताड़ना झेलनी पड़ी थी।
रिपोर्ट में एक अभिभावक ने बताया, “मेरे बच्चे को कई देवताओं के नाम पर, कास्ट सिस्टम के चलते और भारत में मोदी होने के लिए प्रताड़ित किया जाता है। कुछ लोग तो मेरे बच्चे को जाकिर नाइक की वीडियो दिखाते हैं ताकि वो इस्लाम कबूल कर ले। बच्चे उससे कहते हैं कि हिंदू होने का अर्थ नहीं है।”
गौरतलब है कि पिछले वर्ष ब्रिटेन में कई जगह हिंदू विरोधी हिंसा को अंजाम दिया गया था। उनके धार्मिक चिह्नों को देखते हुए उन्हें निशाना बनाया गया था। उनके घरों और वाहनों पर हमले हुए थे।