ब्रिटेन में 190 लोगों को निशाना बनाकर 159 यौन अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधी की पहचान इंडोनेशिया निवासी रिनहार्ड सनागा के रूप में हुई है। रिनहार्ड को ब्रिटेन की अदालत ने चार अलग-अलग मुक़दमों में 136 बलात्कार, 8 बलात्कारों की कोशिश और 14 अन्य यौन अपराधों का दोषी पाया है।
इसके अलावा पुलिस ने दावा किया कि रिनहार्ड ने 190 लोगों को अपना निशाना बनाया। बता दें इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा ये भी है कि सनागा आमतौर पर अपनी हवस मिटाने के लिए पुरुषों को निशाना बनाता था। वो भी ऐसे पुरुषों को, जो समलैंगिक नहीं थे।
गौरतलब है कि रिनहार्ड के कुकर्मों का पर्दाफाश होने के बाद ब्रिटेन की पुलिस ने उसे उनके न्यायिक इतिहास में रिनहार्ड सनागा का सबसे खतरनाक बलात्कारी बताया है। साथ ही आशंका जताई कि वो पूरी दुनिया में भी ‘सबसे खतरनाक बलात्कारी’ हो सकता है।
बता दें, 36 वर्षीय रिनहार्ड 2 मामलों के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहा था। उसे 60 साल के लिए जेल में डाला गया है और ये भी निर्देश दिए गए हैं कि उसकी पैरोल के लिए विचार करने से पहले भी कम से कम उसे 30 साल की हिरासत में रहना होगा।
साल 2017 में रिनहार्ड की गिरफ्तारी से पहले वो यूनिवर्सिटी ऑफ़ लीड्स से पीएचडी कर रहा था और पुरुषों का बलात्कार करने से पहले उन्हें बेहोशी की दवा देता था। जिससे पीड़ितों को जागने पर पता ही नहीं होता था कि आखिर उनके साथ हुआ क्या..।
जानकारी के मुताबिक सनागा नाइट क्लबों और बार से बाहर निकलने वाले मर्दों का इंतज़ार करता था और फिर उन्हें अपने फ़्लैट में ले जाता था। वो अपने शिकार को शराब या उनके लिए टैक्सी मंगवाने की पेशकश करता था और फिर बहला-फुसलाकर अपने फ्लैट पर लेजाकर उनका बलात्कार करता था।
कैसे हुई गिरफ्तारी
साल 2017 सनागा को जून 2017 में गिरफ़्तार किया गया था जब उसका एक शिकार बनने वाला युवक बलात्कार की कोशिश के दौरान ही होश में आ गया और उसने फौरन पुलिस को बुला लिया।
जब पुलिस ने शिकायत के आधार पर सनागा का मोबाइल फ़ोन अपने क़ब्ज़े में लिया तो उन्हें सैकड़ों घंटों की फुटेज मिली। जिन्हें सनागा ने बलात्कार के दौरान बनाया था। पुलिस ने बताया है कि सनागा पीड़ितों को बेहोश करने के लिए कुछ बेहद ख़तरनाक और प्रतिबंधित ड्रग्स का इस्तेमाल करता था।
जज ने फैसला सुनाते हुए रिन्हार्ड को कहा शैतान जैसा यौन शिकारी
सोमवार को अदालत में सुनवाई के दौरान जस्टिस सुजैन गोडार्ड ने कहा, ”रिनहार्ड सनागा एक शैतान जैसा यौन शिकारी है जिसे कभी भी रिहा करना खतरनाक होगा।” अदालत ने इस मामले की रिपोर्टिंग पर लगी पाबंदी भी हटा ली जिसके बाद सनागा की पहचान सार्वजनिक कर दी गई।
बता दें, सनागा के शिकार कई पीड़ित पुरुषों की मैनचेस्टर स्थित ‘सेंट मैरी सेक्शुअल असॉल्ट रेफ़रल सेंटर’ में काउंसलिंग की जा रही है। सेंटर में काम करने वाली लिज़ा वॉटर्स ने बताया कि कई पुरुषों के लिए अब भी इस सदमे से निकलना बेहद मुश्किल हो रहा है। कई पीड़ित मानसिक तकलीफ़ और ‘ख़ुदकुशी के ख़याल’ से जूझ रहे हैं।
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, कई पीड़ितों का कहना है कि सनागा ने उनकी जिंदगी तबाह कर दीं। वो कभी नहीं चाहते कि वो जेल से बाहर आए। पीड़ितों का कहना है कि वो चाहते हैं कि सनागा हमेशा नरक में सड़े। उसके कुकर्म के कारण एक पीड़ित ने बताया कि अभी भी कई बार ऐसा होता है जब वे उठता है, लेकिन अपना सामना नहीं कर पाता। वहीं कुछ पीड़ित ऐसे भी मिले, जिन्हें अब तक नहीं पता था कि उनके साथ ऐसा कुछ हुआ। इस मामले की जाँच में जुटे अधिकारियों ने सनागा के शिकार हुए 70 अन्य पीड़ितों की पहचान करने में असफलता के बाद पीड़ितों से निडर होकर सामने आने की अपील की है।