Monday, November 18, 2024
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चीन से अब ‘काली मौत’ का खतरा, अलर्ट जारी: आनंद महिंद्रा बोले- अब बर्दाश्त नहीं कर सकता

प्लेग से बचाव और नियंत्रण के लिए बयन्नुर प्रशासन ने तीसरे स्तर की चेतावनी जारी की है। इतना ही नहीं इस चेतावनी में दिए गए दिशा-निर्देश साल 2020 के अंत तक पूरे इलाके में लागू रहेंगे। स्थानीय प्रशासन ने यह भी कहा कि लोगों से लोगों के तक फैलने वाले इस इन्फेक्शन को रोकने के लिए उस पूरे इलाके में जानवरों को मारना प्रतिबंधित होगा।

पूरी दुनिया को कोरोना संक्रमण देने वाले चीन में अब ब्‍यूबोनिक प्‍लेग (Bubonic plague) के मामले सामने आए हैं। इसे ब्लैक डेथ यानी काली मौत भी कहते हैं। यह भी इंसान से इंसान में आसानी से फैल सकता है।

ब्‍यूबोनिक प्‍लेग का संदिग्ध मामला मिलने के बाद चीन का स्वास्थ्य महकमा हाई अलर्ट पर है। मामले की जानकारी रविवार 5 जुलाई को मंगोलियाई स्वायत्त क्षेत्र से सामने आई। अभी से लगभग 8 महीने पहले ही ठीक इसी तरह की बीमारी के 2 मामले चीन के उत्तरी प्रांत से ही सामने आए थे। पिछले साल के नवम्बर महीने में पहला मामला मंगोलिया और दूसरा बीजिंग से आया था।  

आंतरिक मंगोलिया के बयन्नुर म्युनिसिपल हेल्थ कोर्पोरेशन ने इस मामले पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी। विज्ञप्ति के मुताबिक़ उराड मिडिल बैनर (चीन की प्रशासनिक इकाई) के तहत आने वाले पीपुल्स अस्पताल से शनिवार के दिन पहले प्रभावित मामले की जानकारी मिली। फिलहाल मरीज को आइसोलेट करके उसका उचित इलाज किया जा रहा है।  

चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार प्लेग से बचाव और नियंत्रण के लिए बयन्नुर प्रशासन ने तीसरे स्तर की चेतावनी जारी की है। इतना ही नहीं इस चेतावनी में दिए गए दिशा-निर्देश साल 2020 के अंत तक पूरे इलाके में लागू रहेंगे। स्थानीय प्रशासन ने यह भी कहा कि लोगों से लोगों के तक फैलने वाले इस इन्फेक्शन को रोकने के लिए उस पूरे इलाके में जानवरों को मारना प्रतिबंधित होगा।  

इसके अलावा प्रशासन ने यह आदेश भी दिए हैं कि अगर इलाके में किसी भी तरह के जानवर को मारा जाता है तो इसकी सूचना प्रशासन को दी जाए। साथ ही अगर किसी व्यक्ति में इस इन्फेक्शन के लक्षण नज़र आते हैं तो उसकी जानकारी भी प्रशासन दें।  

यह एक तरह का बैक्टीरियल इन्फेक्शन है जो कि यर्सीनिया पेस्टिस से होता है। यह प्लेग कुल 3 प्रकार का होता है, पहला सेप्टिकेमीक, जो खून में फैलता है।  दूसरा ब्यूबानिक जो लिम्फ को प्रभावित करता है और तीसरा न्यूमोनिक जो फेफड़ों पर असर डालता है। जिसमें से दूसरे और तीसरे प्रकार का इन्फेक्शन साल 2019 के नवम्बर महीने में आंतरिक मंगोलिया और बीजिंग से सामने आया था।  

चीन के स्वास्थ्य महकमे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मंगोलिया में ऐसे तमाम केंद्र हैं, जहां इंसानों को जानवरों से होने वाले इन्फेक्शन का ख़तरा बहुत ज़्यादा रहता है। ब्‍यूबोनिक प्लेग जितना सामान्य है उतना ही खतरनाक। साल 2014 में उत्तर पश्चिमी प्रांत गांसू में आने वाले शहर युमेन में प्लेग से 1 व्यक्ति की मौत के बाद पूरे शहर को लॉकडाउन किया गया था और लगभग 151 लोगों को क्वारनटाइन किया गया था।  

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ साल 2009 से लेकर साल 2018 के बीच चीन में इस बीमारी के 26 मामले सामने आए हैं और 11 लोगों की मौत हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार मेडागास्कर में साल 2017 के दौरान प्लेग ने महामारी का रूप लिया था। इस बीमारी के 2300 मामले सामने आए थे और 202 मौतें हुई थीं।  

चीन में यह मामले सामने आने के बाद भारतीय उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने चिंता जताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि अब मानवजाति पर रहम होना चाहिए। अब ऐसी खबरें सहन नहीं हो पा रही हैं। मैं ऐसे मामलों को अब और बर्दाश्‍त नहीं कर सकता हूॅं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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