Monday, November 18, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयचीन के दावों को कजाकिस्तान ने बताया झूठ, कहा- इतनी जानकारी है तो क्यों...

चीन के दावों को कजाकिस्तान ने बताया झूठ, कहा- इतनी जानकारी है तो क्यों कहा ‘अज्ञात निमोनिया’

कजाकिस्तान स्थित चीन की एम्बेसी ने एक बयान में कहा है कि यहाँ अज्ञात निमोनिया से इस साल के 6 महीने में ही 1772 लोगों की जान चली गई है। सिर्फ जून में 628 लोगों की जान गई। मरने वालों में चीन के नागरिक भी शामिल हैं।

कोरोना वायरस के व्याप्त कहर के बीच चीन ने दावा किया है कि कजाकिस्तान से फैल रहा ‘अज्ञात निमोनिया’ कोरोना से भी खतरनाक है। चीन का कहना है कि इस अज्ञात निमोनिया से मरीजों की मृत्यु दर कोविड-19 से बहुत अधिक है।

हालाँकि, कजाकिस्तान ने चीन की इस चेतावनी को गलत बताया है। साथ ही चीनी मीडिया की रिपोर्ट्स को फर्जी भी कहा है।

कजाकिस्तान का कहना है कि यदि चीनी अधिकारियों को निमोनिया के बारे में अधिक जानकारी थी तो इसे अज्ञात कहने का क्या विशेष कारण था। मंत्रालय ने कहा कि बैक्टीरिया, फंगस और वायरस के साथ-साथ निमोनिया इन्फेक्शन WHO के मानकों के अंदर ही हैं।

गौरतलब है कि गुरुवार को अपने वीचैट प्लैटफॉर्म पर कजाकिस्तान के चीनी दूतावास ने जून में निमोनिया से 600 से अधिक लोगों के मरने के बाद एक अज्ञात निमोनिया के बारे में चेतावनी जारी की

पूर्व सोवियत ब्लॉक में रहने वाले देश में अपने नागरिकों के लिए जारी एक सलाह में चीनी दूतावास ने कहा कि इस नई बीमारी का कोरोना की तुलना में मृत्यु दर “बहुत अधिक” है।

मध्य एशिया के देश कजाकिस्तान स्थित चीन की एम्बेसी ने एक बयान में कहा है कि यहाँ अज्ञात निमोनिया से इस साल के 6 महीने में ही 1772 लोगों की जान चली गई है। सिर्फ जून में 628 लोगों की जान गई। मरने वालों में चीन के नागरिक भी शामिल हैं।

चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एंबेसी के बयान का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि इस बीमारी से मरने वालों की संख्या कोरोना से बहुत अधिक है। एंबेसी ने यह भी कहा, कजाकिस्तान के स्वास्थ्य विभाग समेत कई संगठन इस निमोनिया के वायरस पर अध्ययन कर रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई परिणाम नहीं निकल कर आया है।

उन्होंने कहा कि ये भी नहीं पता चला है कि ये कोरोना की वजह से है या किसी और कारण से। चीन के कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में इस निमोनिया को फैलने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए।

यहाँ बता दें कि कजाकिस्तान की सीमा चीन के उत्तर पश्चिम के शिनझिआंग उइगर स्वायत्त प्रांत से लगती है। ऐसे में चीनी एंबेसी कजाकिस्तान में रह रहे चीनी नागरिकों को इस वायरस के प्रसार को रोकने के उपायों के प्रति जागरूक करने के नाम पर ये सब कर रही है। चीन की रिपोर्ट्स में ये बताया जा रहा है कि कजाक देश ने चीनी दूतावास के सवालों का जवाब नहीं दिया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मणिपुर में बिहार के लोगों से हफ्ता वसूली, हिंसा के लिए महिला ब्रिगेड: रिपोर्ट से कुकी संगठनों की साजिश उजागर, दंगाइयों को छुड़ाकर भी...

मणिपुर में हिंसा फैलाने के लम्बी चौड़ी साजिश रची गई थी। इसके लिए कुकी आतंकी संगठनों ने महिला ब्रिगेड तैयार की।

404 एकड़ जमीन, बसे हैं 600 हिंदू-ईसाई परिवार: उजाड़ना चाहता है वक्फ बोर्ड, जानिए क्या है केरल का मुनम्बम भूमि विवाद जिसे केंद्रीय मंत्री...

एर्नाकुलम जिले के मुनम्बम के तटीय क्षेत्र में वक्फ भूमि विवाद करीब 404 एकड़ जमीन का है। इस जमीन पर मुख्य रूप से लैटिन कैथोलिक समुदाय के ईसाई और पिछड़े वर्गों के हिंदू परिवार बसे हुए हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -