आज भारत समेत दुनिया भर में 5वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राँची में योग दिवस के कार्यक्रम में भाग लिया और जनता को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, “योग अनुशासन है, समर्पण हैं, और इसका पालन पूरे जीवन भर करना होता है। योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी-गरीबी, प्रांत, सरहद के भेद से परे है। योग सबका है और सब योग के हैं।”
#Yoga lights up at UN Headquarters in the lead up to the 5th #InternationalDayofYoga at United Nations pic.twitter.com/DRP4aBSmJo
— Doordarshan News (@DDNewsLive) June 20, 2019
भारत में जहाँ योग दिवस को पूरे जोश के साथ मनाया जा रहा है, वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के भीतर योग दिवस मनाया गया। इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के भीतर बंद कमरे में योग किया गया। इसकी जानकारी संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने दी। उन्होंने इस दौरान उम्मीद जताई कि जनरल असेंबली हॉल में किया गया ये पहला इनडोर योग सत्र योग करने वालों के लिए भविष्य में इसके महत्ता को और अधिक सुदृढ़ करेगा और खुशहाली लेकर आएगा।
S Akbaruddin, India’s Permanent Representative to UN Ambassador,in New York: I hope this indoor yoga session in Gen Assembly hall,the first of its kind, will reinforce values of cleaner,greener&more sustainable future that all of you yogis are committed to.#InternationalDayofYoga pic.twitter.com/CtigpecuGc
— ANI (@ANI) June 21, 2019
यूँ तो दुनिया भर के कई देशों में लोग स्वस्थ रहने के लिए योग करते हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत भारत की पहल के चलते हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 27 सितंबर 2014 को दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव आने के बाद 11 दिसंबर 2014 को यह निर्णय लिया कि प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा।
Diplomats perform Yoga at @UN General Assembly on #InternationalDayofYoga pic.twitter.com/w02Y0rlTDQ
— HW News English (@HWNewsEnglish) June 21, 2019
इसके बाद दुनिया भर के लोग हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाते हैं। 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 35 हजार से अधिक लोगों और 84 देशों के प्रतिनिधियों ने दिल्ली के राजपथ पर योग के 21 आसन किए थे।