पाकिस्तान फ़िलहाल भयंकर बाढ़ से जूझ रहा है और मृतकों की संख्या 1030 के पार हो गई है। इससे फल-सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। जून के मध्य से ही इस्लामी मुल्क बाढ़ से जूझ रहा है, लेकिन अब तक वहाँ की सरकारें और प्रशासन इसे नियंत्रित करने व राहत कार्य में पूरी तरह विफल रहा है। पिछले 1 दिन में ही 100 से अधिक लोग मौत के गाल में समा हैं। दक्षिण-पूर्वी प्रांत सिंध और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र खैबर पख्तूनख्वा में सबसे ज्यादा तबाही मच रही है।
आने वाले समय में सिंध में और भारी तबाही मच सकती है, क्योंकि पानी की नई लहर आने की आशंका है। सिंधु नदी के कारण लोगों को सबसे ज्यादा खतरे का सामना करना पड़ रहा है। कई वर्षों से पाकिस्तान में नहरों की मरम्मत नहीं हुई है, जिसके बाद उन्होंने जवाब दे दिया है और पानी की धार को झेल नहीं पा रहे। लाखों घर ध्वस्त हो गए हैं और गाँव के गाँव साफ़ हो गए हैं। खैबर पख्तूनख्वा में हजारों लोग सरकारी राहत कैंपों में रहने को मजबूर हैं।
ये क्षेत्र पूरी तरह बाकी के पाकिस्तान से कट ही चुका है। हजारों लोग पैदल ही वहाँ से बाहर निकल पड़े हैं। ये वो क्षेत्र है, जो पहले ही गर्मी में लू से लेकर जंगलों में आग तक को झेल चुका है। सरकार कह रही है कि कुछ देशों ने मदद का भरोसा दिया है और वो राहत सामग्री भेज रहे हैं। अमेरिका, यूके और चीन ने मदद का वादा किया है। पोप ने भी पाकिस्तान की सहायता की अपील की है। खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी रावलपिंडी में राहत सामग्रियाँ पहुँच रही है।
Pakistan foreign minister says help needed after 'overwhelming' floods https://t.co/SwjVLwbLzT pic.twitter.com/GIc6beU0fF
— CNA (@ChannelNewsAsia) August 28, 2022
बाढ़ का दंश पाकिस्तान के वो लोग भी झेल रहे हैं जो बाढ़ग्रस्त इलाकों में नहीं हैं, क्योंकि इस कारण सब्जियों की महँगाई चरम पर है। टमाटर 500 रुपए किलो बिक रहा है (पाकिस्तान मुद्रा में)। वहीं प्याज 300 रुपए किलो और नींबू 400 रुपए किलो के भाव से बिक रहा है, क्योंकि सप्लाई चेन पूरी तरह टूटा हुआ है। प्याज के दाम 100 रुपए से अब तक पार नहीं गए थे। अब तक 44,000 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।