तीस साल की नायला खान को 17 साल की उम्र में स्कॉटलैंड से परिजन पाकिस्तान ले गए। जहॉं उसका निकाह कजन से जबरन कराया गया। इससे आहत नायला एक दिन सारे नाते-रिश्तों को तोड़ कर भाग खड़ी हुईं। अब अपने साथ हुई ज्यादतियों पर वह एक किताब लिख रही हैं।
नायला के अनुसार, यह रिश्ता नैतिक रूप से ग़लत था। उन्होंने बताया कि उनके परिजनों ने काफी काम उम्र में ही उनका रिश्ता कजन से तय कर दिया था। परिवार की कट्टर इस्लामिक सोच के कारण बचपन से ही उन्हें काफ़ी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा। अम्मी-अब्बू इस बात को लेकर चिंतित रहते थे कि वह ‘पश्चिमी सभ्यता के अनुसार ढलती जा रही है।’ नायला के परिवार को लगता था कि वह ‘कंट्रोल से बाहर’ हो गई है। ऐसा इसीलिए, क्योंकि नायला कपड़े पहनने, बातें करने और ज़िंदगी का लुत्फ़ उठाने में यकीन रखती थीं।
नायला के परिवार वाले अक्सर उसे ताना देते थे कि वह कुछ ज्यादा ही वेस्टर्न होती जा रही हैं। उन्हें 17 वर्ष की उम्र में ही पाकिस्तान ले जाया गया और उसके कजन के साथ जबरन शादी करा दी गई। नायला के परिवार वालों को लगता था कि वह बहुत ‘पापी’ हो गई है और उनका मानना था कि नायला ने परिवार की बदनामी कराई है। नायला के परिवार वालों ने निर्णय लिया कि इन सब चीजों को सही करने का एक ही तरीका है और वह है निकाह।
UK: Muslim family forced daughter to marry cousin to stop her from getting “too Western” https://t.co/q6y6T5AcnM
— Robert Spencer روبرت سبنسر (@jihadwatchRS) July 14, 2019
नायला ने अपने परिवार से बहुत मिन्नतें कीं लेकिन परिवार वालों ने उसकी एक न सुनी। पाकिस्तान में 5 हफ्ते बिताने के बाद नायला और उसका परिवार वापस स्कॉटलैंड आ गया। उसका पति बाद में आने वाला था। 2 महीनों बाद परिवार की ज्यादतियों से परेशान होकर नायला ने घर छोड़ने का फैसला किया। नायला अपने एक दोस्त के साथ घर से भाग खड़ी हुईं। इसके बाद उसके ही परिवार के लोगों ने नायला के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया।
नायला ने फेसबुक पर पोस्ट लिख कर अपना दर्द जाहिर किया। वह महिलाओं की स्वच्छंदता और स्वतंत्रता की लगातार पैरवी कर रही हैं। उन्होंने एक पुस्तक लिखने का फैसला लिया है, जिसमें परिवार की प्रताड़ना से वह कैसे उबरीं, इसका विस्तृत विवरण होगा। इस किताब में एक चैप्टर इस बात पर जोर देगा कि प्यार को मजहब से भी ऊपर रखा जाना चाहिए। बीबीसी के अनुसार, ब्रिटेन में जबरन शादी की घटनाओं में काफ़ी बढ़ोतरी देखी गई है।