भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के साथ अधिकारियों ने मारपीट की और उनके मुँह पर पानी का गिलास फेंक दिया। जानकारी के मुताबिक, जेल में बंद अब्बासी से अधिकारी पूछताछ कर रहे थे। इस दौरान एक अफसर नाराज हो गया और उनके मुँह पर पानी का गिलास फेंक कर मारा। बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोप में इसी साल 19 जुलाई को अब्बासी को गिरफ्तार किया गया था और इसके बाद से वे नेशनल अकांउटबिलिटी ब्यूरो (NAB) की हिरासत में हैं।
जियो न्यूज़ के अनुसार, अब्बासी से नैब के मुख्यालय में पूछताछ की जा रही थी। पूछताछ के दौरान अब्बासी ने कुछ सवालों को जवाब देने से इनकार कर दिया। उनके इस बर्ताव से नैब का एक अधिकारी गुस्से में आ गया। उसने आपा खोते हुए, पूर्व प्रधानमंत्री से मारपीट की। मारपीट के बाद उसने गुस्से में पानी से भरा ग्लास अब्बासी पर फेंक दिया। हालाँकि, नैब की टीम में शामिल मोहम्मद जुबैर ने हालात को संभाल लिया। बताया जा रहा है कि अफसर ने मामले की रिपोर्ट रावलपिंडी नैब के महानिदेशक इरफान नईम मंगी को सौंपी है।
गौरतलब है कि 60 वर्षीय अब्बासी पर आरोप है कि जब वह पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की कैबिनेट में पेट्रोलियम मंत्री थे, तब उन्होंने एलएनजी टर्मिनल के लिए नियमों के खिलाफ जाकर 15 साल का अनुबंध दिया था। इस घोटाले के कारण पाकिस्तान को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था। एनएबी ने यह मामला 2016 में बंद कर दिया था, लेकिन 2018 में इस मामले को फिर से खोला गया।
This is a serious offense and should be investigated by the high Judiciary.
— Muneeb ul Haq (@ChMuneebulHaq) September 26, 2019
Officer manhandles Shahid Khaqan during NAB probe? https://t.co/5lBmafezEb
हालाँकि नैब प्रवक्ता ने इस बारे में पूछे जाने पर इसे पूरी तरह से गलत बताया और कहा कि ‘जियो न्यूज’ की यह सूचना पूरी तरह से आधारहीन और झूठी है। वहीं अदालत में पेश हुए अब्बासी की बात से यह साफ हुआ कि यह घटना वास्तव में घटी है।
वैसे, पाकिस्तान में राष्ट्राध्यक्षों से मारपीट का ये पहला मामला नहीं है। पूर्व प्रधानमंत्रियों को हिरासत में बेइज्जत किए जाने के मामले पहले भी कई बार सामने आ चुके हैं। इससे पहले जनरल जिया उल हक के शासन में पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो और जनरल मुशर्रफ के शासन में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ जाँच एजेंसियों ने मारपीट की थी।