कजाकिस्तान में एक 17 साल की लड़की का 17 लोगों ने गैंगरेप किया। लड़की का कहना है कि वो मई महीने में बाजार से कपड़े लेकर घर लौट रही थी तभी टैक्सी ड्राइवर ने अचानक रास्ता बदला और जब वो रोने लगी तो उसे ड्राइवर ने पानी की बोतल देकर पानी पीने को कहा। दो-चार घूँट पीते ही वह बेहोश हो गई और जब होश आया तो वो नग्न अवस्था में कहीं नदी के पास थी। उसके मुताबिक उसे कई लोगों ने घेरा हुआ था। इन सबने उसके साथ एक के बाद करके रेप किया। बाद में उसे एक अंजान घर ले जाया गया।
पूरी घटना कजाकिस्तान के सरयागाश की है। पीड़िता हाईस्कूल की छात्रा है। उसने आपबीती सुनाते हुए कहा कि जब उसने अपने आप को छुड़ाने की कोशिश की तो उसे नदी में फेंकने की बात हुई। पीड़िता कहती है, “मुझे होश आया तो मैं नदी के पास थी। जमीन पर पूरी नंगी पड़ी थी और कई लोग मेरे इर्द-गिर्द थे। उन्होंने नदी किनारे मेरा रेप किया और मुझे घर ले गए। वहाँ उन्होंने फिर मेरा रेप किया। फिर दोस्तों को कॉल किया और कहा ‘आ जाओ हमारे पास लड़की है।”
पीड़िता कहती है, “एक-एक करके सब आए और मेरा बलात्कार किया। उन्होंने मुझे मारा, नदी में फेंकने की धमकी दी।” लड़की की माँ ने बताया कि उनकी बेटी के साथ ये सब 4 दिन तक हुआ। इसके बाद दरिंदों ने लड़की को उसके कपड़े लौटाए और मेन दरवाजे से बाहर कर दिया।
अब पीड़िता और उसकी माँ ने इंसाफ पाने के लिए लोकल मीडिया का सहारा लिया है। उन्हें कहीं से न्याय नहीं मिल रहा। मुकदमा 5 माह पहले दर्ज हुआ था, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़िता को उन बलात्कारियों का चेहरा याद है और उसने पुलिस को इनके बारे में बताया भी है। पुलिस इस मामले में जाँच कर रही है। 17 लोगों को शहर से बाहर न जाने को कहा गया है। जाँचकर्ताओं का कहना है कि लड़की की माँ ने सबसे प्रमुख सबूत यानी की लड़की के कपड़ों को जला दिया है जो उसने घटना के समय पहने हुए थे। वहीं लड़की की माँ का कहना है कि उन्होंने ऐसा बुरी यादों को खत्म करने के लिए किया।