भारत के पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी और बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ‘इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल (IAMC)’ के एक कार्यक्रम में अतिथि के रूप में जा रहे हैं। इसे लेकर उन पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अब तक IAMC का रुख भारत विरोधी रहा है और मुस्लिमों के हित के नाम पर वो देश के विरुद्ध प्रोपेगंडा चलाता रहा है। अमेरिका में ‘भारत में मुस्लिम खतरे’ में वाला माहौल बनाने में उसका हाथ है। साथ ही वो अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी ये नैरेटिव चलाता है।
‘DisInfo Lab’ नाम के ट्विटर हैंडल ने IAMC की करतूतों के बारे में बताते हुए एक ट्विटर थ्रेड के जरिए इन दोनों के वहाँ जाने के फैसले का विरोध किया है। इसमें बताया गया है कि इस संस्था के संस्थापक शेख उबैद ने रोहिंग्या मुस्लिमों के नाम पर फंड्स जुटाए और ‘अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF)’ में भारत को ब्लैकलिस्ट कराने के लिए लॉबिंग की थी और इसके लिए रुपए भी खर्च किए थे। ये संस्था दावा करती है कि ये अमेरिका में भारतीय मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व करती है।
साथ ही ये भारत में चल रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को ‘फासीवादी’ बताता है। ये कहता है कि वो इस सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। जबकि ये 2013 में भी ‘बराबरी और सहिष्णुता’ की बातें करते हुए भारतीय अल्पसंख्यकों के नाम पर देश को बदनाम कर रहा था। शेख उबैद और उसके सहयोगी अब्दुल मलिक मुजाहिद ‘इस्लामिक सर्कल ऑफ नॉर्थ अमेरिका (ICNA)’ के भी मुखिया थे, जो पाकिस्तान स्थित ‘जमात-ए-इस्लामी’ का अमेरिकी मुखौटा हुआ करता था।
ICNA के पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से भी लिंक्स सामने आए हैं, जिनमें ‘लश्कर-ए-तैय्यबा’ भी शामिल है। इस संगठन से कई ऐसे लोग भी जुड़े हुए हैं, जो भारत से जम्मू कश्मीर को अलग करने के लिए अभियान चलाते रहते हैं। IAMC का मुखिया रशीद अहमद है, जो 2008-17 के दौरान एक अन्य संस्था ‘इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (IMANA)’ का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर था। आरोप है कि कोरोना संक्रमण आपदा के पीक के दौरान इस संगठन ने भारत की मदद के नाम पर रुपए जुटा कर डकार लिए।
IAMC founder Shaik Ubaid collected fund in the name of Rohingyas and paid to Lobby firm FGR for getting India blacklisted by USCIRF!
— DisInfo Lab (@DisinfoLab) January 26, 2022
FGR head Terry Allen was a long time associate of Nadine Maenza, USCIRF Chair, who is also ‘saving pluralism’ in India.
(2/n) pic.twitter.com/EXRrqXy9Ye
IMANA का ‘डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशन्स’ ज़ाहिद महमूद है, जो पाकिस्तानी फ़ौज का अधिकारी हुआ करता था। साथ ही ये ‘इस्लामिक सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका (ISNA)’ से भी जुड़ा हुआ है, जो अमेरिका में ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ का मुखौटा है। कलीम कवजा जैसे IAMC के सदस्य खुलेआम तालिबान का समर्थन करते रहे हैं। CAA विरोधी आंदोलन से लेकर त्रिपुरा हिंसा तक, IAMC के खिलाफ UAPA के तहत फेक न्यूज़ फैलाने के आरोप में कार्रवाई हो चुकी है।
Director of Operations in IMANA is Zahid Mahmood, who is an ex-Pak Navy official.
— DisInfo Lab (@DisinfoLab) January 26, 2022
Coincidentally, IMANA is also linked with Islamic Society of North America (ISNA), an Muslim Brotherhood front in the US.
(6/n) pic.twitter.com/9ns3AMlKfq
ये उन सोशल मीडिया हैंडलों में शामिल था, जिसने जम कर लोगों को हिंसा के लिए भड़काया। इसने त्रिपुरा में ‘हिन्दू कट्टरवादियों’ पर मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा का आरोप लगाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन से इसकी निंदा करने की अपील की थी। ऐसे में पूछा जा रहा है कि क्या इन सबके बावजूद हामिद अंसारी और स्वरा भास्कर वहाँ जा रहे हैं? क्या उन्हें इस संस्था के करतूतों और पाकिस्तान कनेक्शन का पता नहीं? वैसे ये दोनों हस्तियाँ भारत में भी प्रोपेगंडा फैलाने के लिए कुख्यात हैं।