पाकिस्तान में हिंदुओं के खिलाफ किसी न किसी बहाने क्रूरता होती रहती है। पाकिस्तान के सिंध में एक हिंदू लड़के लव कुमार मेघवाड़ को सिर्फ इसलिए पकड़ लिया गया, क्योंकि उसने एक फेसबुक पोस्ट पर भगवान से शिकायत की थी। लड़के की गलती सिर्फ इतनी सी है कि उसने पोस्ट में भगवान की जगह ‘मौला’ शब्द का इस्तेमाल किया। उस लड़के पर पाकिस्तानी कानून के तहत ईशनिंदा का मामला दर्ज किया गया है।
सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान में सिंध के थारपारकर (थार) जिले के मीठी इलाके में रहने वाले सिंधी हिन्दू लड़के लव कुमार को पुलिस ने ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया है। लव ने 22 नवंबर, 2022 को भगवान को संबोधित करते हुए एक फेसबुक पोस्ट में भगवान के स्थान पर ‘मौला’ शब्द का इस्तेमाल किया, इस गलती की वजह से उसपर पाकिस्तान पेनल कोड की धारा 298 और 153 (A) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जय सिंध फ्रीडम मूवमेंट के संस्थापक जफर साहितो ने ट्विटर पर मामले की जानकारी देते हुए लिखा कि लव कुमार ने अपने फेसबुक पोस्ट में भगवान से यह शिकायत की थी, “जब हर दिन हिंदू लड़कियों को उनके घरों से अगवा किया जाता है तो लड़की के घर वालों पर क्या गुजरती है। उस परिवार को कितना कष्ट होता है। जब लड़कियों को अगवा किया जाता है तो उसके माता-पिता की चीख भगवान क्यों नहीं सुनते।”
That’s it , that’s his crime & now he is in jail ! Already professor Nutan kumar is in Pakistani jails since many years on blasphemy charges.
— Zafar Sahito (@widhyarthi) December 27, 2022
This is what happening in Occupied Sindh with real owners of land Sindhi Hindus.3/3 @hrw @ANI #ReleaseLoveKumar #ReleaseNutanKumar pic.twitter.com/ZmmirHpxyR
जफर ने लव कुमार के पोस्ट का स्क्रीन शॉट भी शेयर किया। उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा कि लव कुमार के पोस्ट में कुछ भी ईशनिंदा जैसा नहीं है लेकिन उसे गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है। जफर ने ऐसे ही एक अन्य मामले को भी याद किया। उन्होंने लिखा, “पहले से ही प्रोफेसर नूतन कुमार ईशनिंदा के आरोप में पाकिस्तान की जेलों में कई सालों से बंद हैं। यह कब्जे वाले सिंध में सिंध के असली मालिकों सिंधी हिंदुओं के साथ हो रहा है।”
आपको बता दें कि सिंधी भाषा में भी ‘मौला’ शब्द का प्रयोग आमतौर पर भगवान को संबोधित करने के लिए किया जाता है। कराची की एक महिला पत्रकार ने ट्विटर पर लिखा है कि सिंध में हिंदू और मुस्लिम दोनों भगवान को मौला, भगवान, धारी या ईश्वर कहकर संबोधित करते हैं। इसके अलावा, सिंधी साहित्यों में भी मौला शब्द का प्रयोग भगवान के लिए किया गया है। पत्रकार ने पाकिस्तानी सरकार से नागरिकों की रक्षा करने की अपील की।
Even our Sindhi literature is filled with such writings. People can communicate with God as it is between you and Dhari (God).
— Veengas (@VeengasJ) December 27, 2022
Government should show its presence and protect citizens.
Please, let people breathe.
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पत्रकार ने कहा लिखा, “थारपारकर में हिंदू लड़के के खिलाफ एक फेसबुक पोस्ट के लिए ईशनिंदा का आरोप लगाया गया है। इस पोस्ट में उसने भगवान से हो रहे अन्याय के खिलाफ शिकायत की थी। सिंध में हिंदू हों या मुस्लिम उपरवाले को मौला, भगवान, धारी, और ईश्वर इन सभी नाम से पुकारते हैं। यहाँ तक कि हमारे सिंधी साहित्य भी ऐसे लेखों से भरे पड़े हैं। लोग भगवान के साथ संवाद करने के लिए आजाद हैं। यह भगवान और उनके बीच की बात है। सरकार को अपनी उपस्थिति नागरिकों की रक्षा के लिए प्रदर्शित करनी चाहिए। कृपया लोगों को साँस लेने दें।”
क्या है प्रोफेसर नौतन लाल का मामला
फरवरी 2022 में पाकिस्तान की एक कोर्ट ने सिंध में ही ईशनिंदा के आरोप में एक हिंदू कॉलेज शिक्षक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। नौतन लाल एक सरकारी डिग्री कॉलेज में शिक्षक थे। उन्हें साल 2019 में ही गिरफ्तार किया गया था आश्चर्य की बात है कि नौतन पर उन्हीं के क्लास के एक स्टूडेंट ने ईशनिंदा का आरोप लगाया था। जिसके बाद बिना किसी जाँच के उन्हें गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया गया।