तंगहाली से जूझते पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर 24 घंटों के भीतर 10 किलो गेहूँ के आटे की बोरी की कीमत 400 रुपए से कम नहीं की तो वह अपने कपड़े बेच देंगे और लोगों को खुद सस्ता आटा उपलब्ध कराएँगे।
रविवार (29 मई, 2022) को ठाकारा स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, “मैं अपने शब्दों को दोहराता हूँ, मैं अपने कपड़े बेच दूँगा और लोगों को सबसे सस्ता गेहूँ का आटा उपलब्ध कराऊँगा।”
जनसभा में सियासी गरमी की गूँज लोगों को प्रधानमंत्री के भाषण में भी सुनाई दी। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने देश को अब तक की सबसे ज्यादा महंगाई और बेरोजगारी का तोहफा दिया है। शहबाज ने इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार की भी निंदा करते हुए कहा कि हालाँकि, खान ने 50 लाख घर और 1 करोड़ नौकरियाँ प्रदान करने का वादा किया था, लेकिन वह विफल रहे और देश को आर्थिक संकट में धकेल दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रैली के दौरान शहबाज ने कहा, “मैं आपके सामने घोषणा करता हूँ कि मैं अपना जीवन कुर्बान कर दूँगा लेकिन इस देश को समृद्धि और विकास के रास्ते पर खड़ा कर दूँगा।”
बता दें कि पाकिस्तान आम लोगों के सामने खाने का संकट मंडरा रहा है। सरकार गेहूँ की कमी के संकट से लड़ने के लिए खुद को तैयार कर रही है क्योंकि इस साल उत्पादन लक्ष्य से करीब 30 लाख टन कम रहने का अनुमान है। इसके अलावा शाहबाज शरीफ ने पाकिस्तानी अधिकारियों को गेहूँ की चोरी और भंडारण को रोकने के लिए साइलो के निर्माण की रणनीति तैयार करने का भी निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी वृद्धि की चपेट में है, जिस पर प्रधानमंत्री शहबाज ने इस खेद जताते हुए इसके लिए भी इमरान खान को दोषी ठहराया। इसके अलावा, रैली के दौरान प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने भी अपने पिता और पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ की देशभक्ति के लिए सराहना की और इमरान खान के ‘हकीकी आजादी मार्च’ पर चुटकी ली।