हाल के दिनों में ऐसी कई रिपोर्ट्स सामने आई हैं जिनसे पता चलता है कि भारत ने श्री लंका में हुए बम धमाकों से पहले कई बार द्वीपीय देश को इस बारे में आगाह किया था। श्री लंका में ईस्टर के मौक़े पर हुए हमलों में 360 से भी अधिक लोगों के मारे जाने की सूचना है और हज़ारों लोग अभी भी घायल हैं। भारतीय अधिकारियों ने श्री लंका को इस बारे में पहले से ही चेता रखा था। एनआईए ने श्री लंका हमलों में 9 मुख्य आरोपितों में से एक ज़हरान हाशिम से जुड़े कई वीडियो प्राप्त किए थे। ये वीडियो कोयम्बटूर में गिरफ़्तार किए गए खूँखार आतंकी संगठन आईएसआईएस के गुर्गों के पास से ज़ब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से प्राप्त किए गए थे। एनआईए ने देश के कई हिस्सों में छापा मारकर आतंकियों द्वारा हिन्दू संगठन के नेताओं को मारे जाने की साज़िश का ख़ुलासा किया था।
आईएसआईएस के इन आतंकियों को हाशिम ने भारत की यात्रा पर इस्लामिक कट्टरपंथी बना दिया था। इन आतंकियों ने कई हिंदू नेताओं को मारने की साज़िश रची थी, जिनमें हिंदू मक्कल काची प्रमुख अर्जुन संपत और हिंदू मुन्नानी नेता मुक्कंबिकई मणि शामिल थे। इन वीडियो के आधार पर भारतीय प्राधिकारियों ने हाशिम की पहचान राष्ट्रीय तोहिथ जमात (NTJ) के सरगना के रूप में की और जाँचकर्ताओं को यह विश्वास हो गया कि हाशिम श्रीलंका में “कुछ बड़ा” करने की योजना बना रहा है। एनआईए की इस जानकारी के आधार पर भारतीय अधिकारियों ने संभावित हमलों के बारे में 4 अप्रैल को अपने श्रीलंकाई समकक्षों को सतर्क भी किया था। श्री लंका ने शायद इन चेतावनियों के आधार पर मुस्तैदी से काम नहीं किया।
भारतीय जाँचकर्ताओं ने यह भी पाया है कि हाशिम ने केरल में मलप्पुरम और तमिलनाडु में कोयंबटूर, तिरुचिरापल्ली, तिरुनेलवेली, वेल्लोर और नागपट्टिनम का दौरा किया। उसके भारत के पूर्वी तट पर रामनाथपुरम और श्रीलंका के उत्तर-पश्चिमी तट पर कल्पितिया के बीच एक स्मगलिंग रैकेट में शामिल होने का भी संदेह था। वास्तव में, हाशिम ने राष्ट्रीय तोहिथ जमात का नेतृत्व किया था, जो एक आतंकी समूह है। बता दें कि इसी आतंकी संगठन ने श्री लंकाई हमले की जिम्मेदारी ली है। सुरक्षा बलों ने श्री लंका में हुए हमलों के बाद एक वीडियो में हाशिम की पहचान की। हाशिम व सात अन्य को आईएस प्रमुख के प्रति शपथ लेते हुए देखा गया था।
40 वर्षीय मुख्य साजिशकर्ता की खोज में श्री लंकाई पुलिस लगातार लगी हुई थी। बाद में श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने मीडिया को पुष्टि की कि श्रीलंका में ईस्टर बम विस्फोटों के लिए मोस्ट वॉन्टेड आतंकी और इस्लामी चरमपंथी ज़हरान हाशिम होटल शांगरी-ला में हमले के दौरान मारा गया। हालाँकि, स्थानीय मुस्लिम नेताओं ने पुष्टि की थी कि उन्होंने हाशिम के ख़िलाफ़ उसके उग्र विचारों और व्यवहार के लिए पहले भी कई बार रिपोर्ट की थी, फिर भी उसके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की गई। हाशिम के साथ, ख़ुफ़िया रिपोर्टों से यह भी पता चला है कि श्रीलंका के एक अन्य जिहादी मोहम्मद मुबारक अज़ान ने 2017 में दो बार भारत का दौरा किया था।
इस्लामिक आतंकवादी समूह नेशनल तोहिथ जमात द्वारा विस्फोटों की ज़िम्मेदारी लेने का दावा करने के बाद श्री लंकाई पुलिस ने आतंकवाद-रोधी अभियानों को तेज़ कर दिया है। एक राष्ट्रव्यापी संबोधन में राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने ख़ुलासा किया कि पुलिस ने ईस्टर संडे बम विस्फोटों के बाद से जिहादी गतिविधि के सिलसिले में लगभग 70 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।