भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘लगातार शेखी बघारने’ और जहर उगलने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को जम कर लताड़ा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत मिशन के पहले सचिव मिजितो विनितो ने जवाब देने के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के हर बयान का करारा जवाब दिया और आतंकवाद, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके), सांप्रदायिक हिंसा, जातीय सफाई सहित कई मुद्दों पर अनोखे अंदाज में अपनी बात रखी।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के पहले सचिव मिजितो विनितो ने कहा, “पाकिस्तान के नेता ने हिंसा और घृणा को भड़काने वालों को प्रतिबंधित करने की माँग की, लेकिन जैसे-जैसे वह आगे बात करते गए, हम यह सोचने पर मजबूर हो गए कि क्या वह अपनी बात कर रहे हैं?” मिजितो विनितो ने आगे कहा, “उस व्यक्ति ने सभागार में लगातार शेखी बघारी, जिसके पास स्वयं कुछ दिखाने को नहीं है, जिसके पास बताने लायक कोई उपलब्धि नहीं है और दुनिया को देने के लिए कोई तर्कसंगत सुझाव नहीं है। इसके बजाए, हमने उसे झूठ, गलत सूचना फैलाते, युद्ध भड़काते और द्वेष फैलाते देखा। पाकिस्तान के नेता द्वारा इस महान सभा में आज इस्तेमाल किए गए शब्द संयुक्त राष्ट्र की गरिमा को ठेस पहुंचतें हैं। “
अपने जवाबी हमले में उन्होंने आगे कहा, “यही वह पाकिस्तान है जिसने 39 साल पहले अपने लोगों को ही मारकर दक्षिण एशिया में नरसंहार किया था और यही वह देश है, जिसमें इतनी भी शर्म नहीं है कि वह इतने वर्ष बाद भी अपनी भयावह कृत्यों के लिए ईमानदारी से माफी माँगे। यह वही देश है, जो खूंखार और सूचीबद्ध आतंकवादियों को सरकारी कोष से पेंशन देता हैं। यह वही देश है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा गैरकानूनी करार दिए गए आतंकवादियों की बड़ी संख्या को आश्रय देता है।”
भारत ने दुनिया को बताया कि कैसे पाकिस्तान दक्षिण एशिया में तनाव पैदा करने वाले आतंकवादी समूहों की रक्षा कर रहा है। मिजितो विनितो ने आतंकवाद पर जोर देते हुए कहा, “जिस नेता को आज हमने सुना, वह वही हैं, जिन्होंने आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को जुलाई में पाकिस्तानी संसद में ‘शहीद’ कहा था। आज जहर उगलने वाले पाकिस्तानी नेता ने अमेरिका में 2019 में सबके सामने स्वीकार किया था कि उनके देश में अब भी 30,000 से 40,000 आतंकवादी हैं, जिन्हें पाकिस्तान ने प्रशिक्षण दिया था और जिन्होंने अफगानिस्तान एवं भारत के जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिया। यही वह देश है जिसने ईशनिंदा कानूनों के दुरुपयोग एवं जबरन धर्म परिवर्तन कराकर हिंदुओं, इसाइयों, सिखों और अन्य लोगों समेत अल्पसंख्यकों को व्यवस्थित तरीके से समाप्त कर दिया।”
पाकिस्तान में समुदाय विशेष के अन्य लोगों पर हुए अत्याचार का उल्लेख करते हुए युवा भारतीय राजनयिक विनितो ने कहा, “यह ऐसा देश है, जो इस्लाम का हिमायती होने का दावा करता है, लेकिन उसने केवल इसलिए अपने साथी मुस्लिमों की हत्या को बढ़ावा दिया, क्योंकि वे किसी अन्य समुदाय या पाकिस्तान में किसी अन्य क्षेत्र से संबंध रखते हैं।” एक देश के रूप में पाकिस्तान के इतिहास की निंदा करते हुए कहा, “इस देश के पास पिछले 70 साल में जो बड़ी उपलब्धियाँ दिखाने लायक है, वह आतंकवाद, अल्पसंख्यक जातीय समूहों का सफाया करना, बहुसंख्यकों की कट्टरता और अवैध परमाणु सौदे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, ”मिस्टर प्रेसिडेंट, मुझे यहाँ स्पष्ट रूप से बोलने दीजिए। जम्मू और कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है, जिसे अलग नहीं किया जा सकता और केंद्रशासित प्रदेश में लाए गए कानून और विधेयक उसका आंतरिक मामला है। कश्मीर में एकमात्र विवाद कश्मीर के उस हिस्से में है, जिस पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है। हम पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वह अपने अवैध कब्जे वाले इलाकों को खाली करे।”
अपने हस्तक्षेप के अंत में मिजितो विनितो का इस्लामिक देश को सुझाव देते हुए कहा, “पाकिस्तान के सामान्य देश बनने का एकमात्र जरिया यह है कि वह आतंकवाद को वित्तीय सहयोग देना बंद करे और अपना ध्यान उन समस्याओं पर केंद्रित करे, जो अल्पसंख्यकों समेत उसके नागरिक झेल रहे हैं तथा अपने ‘कुटिल एजेंडे के लिए संयुक्त राष्ट्र मंचों का दुरुपयोग करना बंद करे।”