बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) द्वारा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों ने पार्टी के नए नेता और देश के नए प्रधानमंत्री का चुनाव शुरू कर दिया है। दूसरे मतदान के बाद पाँच उम्मीदवार प्रधानमंत्री की रेस में हैं। वहीं, अगला मतदान सोमवार (18 जुलाई, 2022) को होना है।
इन पाँचों उम्मीदवारों में सबसे आगे बोरिस जॉनसन कैबिनेट में वित्त मंत्री रहे भारतीय मूल के ऋषि सुनक आगे हैं। दूसरे दौर की वोटिंग में 101 वोट के साथ वे सबसे आगे हैं। पहले दौर की वोटिंग में उन्हें सबसे अधिक 88 वोट मिले थे।
उधर जॉनसन लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे किसी को समर्थन करें, लेकिन सुनक को नहीं। उनका मानना है कि उनका प्रधानमंत्री पद जाने की वजह सुनक ही हैं। हालाँकि, जॉनसन के विरोध के बावजूद सुनक बढ़त बनाए हुए हैं।
अगर ऋषि सुनक पार्टी के नेता और अगले प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाते हैं तो यह ब्रिटेन के लिए ऐतिहासिक दिन होगा। इससे पहले यह जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर कौन हैं भारतीय मूल के ऋषि सुनक, जिन्होंने सबको पीछे छोड़ दिया है।
कौन हैं ऋषि सुनक
ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथेम्प्टन, हेम्पशायर में हुआ था। उनकी माँ का नाम ऊषा सुनक और पिता का नाम यशवीर सुनक है। उनके पिता डॉक्टर थे और उनकी माँ एक फार्मेसी की मालिक हैं। उनके दादा-दादी पंजाब के रहने वाले थे। वे 1960 में वे अपने बच्चों के साथ पूर्वी अफ्रीका चले गए और वहाँ से उनका परिवार इंग्लैंड पहुँच गया।
ऋषि अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उनके भाई संजय सुनक एक मनोवैज्ञानिक हैं और उनकी बहन राखी विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में मानवीय, शांति निर्माण, संयुक्त राष्ट्र के फंड और कार्यक्रमों के प्रमुख के रूप में काम करती हैं।
42 वर्षीय ऋषि की स्कूली पढ़ाई ब्रिटेन के निजी विद्यालय विंचेस्टर कॉलेज में हुई। इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। यहाँ उन्होंने दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। इसके बाद साल 2006 में ऋषि ने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए (MBA) की पढ़ाई की।
MBA करने के बाद उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इन्वेस्टमेंट कंपनी गोल्डमैन सैक्स से की। उसके बाद 2009 में उन्होंने नौकरी छोड़ अपना व्यवसाय शुरू किया और एक निवेश फर्म की स्थापना की। साल 2013 में नारायण मूर्ति की कंपनी ‘कैटामारन वेंचर्स यूके लिमिटेड’ में उन्हें और उनकी पत्नी को डायरेक्टर नियुक्त किया गया। हालाँकि, साल 2015 में उन्होंने इस फर्म से इस्तीफा दे दिया, लेकिन उनकी पत्नी इससे जुड़ी रहीं।
इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं सुनक
ऋषि सुनक भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं। ऋषि की पत्नी अक्षता मूर्ति नारायण मूर्ति की बेटी हैं। ऋषि और अक्षता की दो बेटियाँ हैं और इनका नाम अनुष्का सुनक और कृष्णा सुनक है।
ऋषि की अक्षता से मुलाकात स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए पढ़ाई करने के दौरान हुई थी। वहीं, वहीं दोनों के बीच प्रेम पनपा। साल 2009 में ऋषि ने बेंगलुरु में अक्षता से शादी कर ली। अक्षता इंग्लैंड में अपना फैशन ब्रांड भी चलाती हैं। वह इंग्लैंड की सबसे अमीर महिलाओं में से एक हैं।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत
ऋषि को अक्टूबर 2014 में पार्टी के पूर्व नेता और विदेश सचिव विलियम हेग की जगह रिचमंड के लिए कंजर्वेटिव उम्मीदवार चुना गया था। उसके बाद 2015 के आम चुनाव में ऋषि 19,550 वोट पाकर 36.2% के बहुमत से जीत गए और सांसद चुने गए।
तब से ऋषि रिचमंड, यॉर्कशायर के सांसद चुने गए थे। बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री रहने से पहले वह 2018 में ब्रिटेन के आवास मंत्री बनाए गए थे। फिलहाल वह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के लिए मैदान में हैं।
साल 2017 में जब वो दूसरी बार सांसद बने थे, तब उन्होंने ब्रिटिश संसद में श्रीमद्भगवतगीता पर हाथ रखकर अपने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। उन्होंने इस दौरान ईमानदारी से देश की सेवा करने की बात कही थी।
ब्रिटेन की महारानी से अधिक अमीर
मार्च 2022 में आई ‘संडे टाइम्स रिच लिस्ट’ (Sunday Times Rich List) में ऋषि सुनक (Rishi Sunak) और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति का नाम भी शामिल था। इस लिस्ट में वे दोनों 222वें स्थान पर थे। वहीं, सूची में लगभग 28.472 अरब पाउंड की संपत्ति के साथ पहले स्थान पर भारतीय मूल के हिंदुजा बंधु थे।
लिस्ट के मुताबिक, दोनों की कुल संपत्ति 73 करोड़ पाउंड (79 अरब रुपए) है। द टाइम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस दंपत्ति की अपनी निजी संपत्ति लगभग 430 मिलियन पाउंड (लगभग 41 अरब रुपए) है, जो ब्रिटेन की महारानी से अधिक है। ब्रिटेन की महारानी की कुल संपत्ति 350 मिलियन पाउंड (33.5 अरब रुपए) है।