रूस – यूक्रेन के बीच चल रही जंग के बीच एक भारतीय छात्र को गोली लगने की खबर मीडिया में सामने आई है। विदेश मंत्रालय की ओर से भी बयान जारी करके छात्र के साथ हुई अनहोनी की पुष्टि की गई है। मंत्रालय के प्रवक्ता आरिंदम बागची ने बताया कि वो लगातार छात्र के परिजनों से संपर्क में हैं और यूक्रेन में फँसे सभी भारतीयों को सकुशल भारत लाने में प्रयासरत हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आरिंदम बागची ने ट्वीट में कहा, “गहरे दुख के साथ हम पुष्टि करते हैं कि आज सुबह खार्किव में गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की जान चली गई। मंत्रालय उनके परिवार के संपर्क में है। हम परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।”
Foreign Secretary is calling in Ambassadors of Russia and Ukraine to reiterate our demand for urgent safe passage for Indian nationals who are still in Kharkiv and cities in other conflict zones.
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) March 1, 2022
Similar action is also being undertaken by our Ambassadors in Russia and Ukraine.
उन्होंने बताया कि वे लगातार रूस और यूक्रेन के राजदूतों से उन भारतीयों को सुरक्षित निकालने की माँग दोहरा रहे हैं जो अब भी खार्किव और अन्य संघर्ष क्षेत्रों में हैं। यही कार्रवाई रूस और यूक्रेन में भारतीय राजदूतों द्वारा भी की जा रही है।
बता दें कि बागची के ट्वीट छात्र का नाम नहीं बताया गया है। लेकिन न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, मृतक छात्र की पहचान नवीन के तौर पर हई है। वह चौथे वर्ष के छात्र थे और भारत के कर्नाटक निवासी थे। कथिततौर पर रूसी सेना ने उन्हें सुपर मार्केट के सामने गोली मारी। एपीएन न्यूज के अनुसार, जिस समय नवीन पर गोली चलाई गई उस समय वह Lviv के स्टेशन जा रहे थे ताकि वहाँ से पश्चिमी सीमा पहुँच सकें।
India Student Naveen Shot dead in Kharkiv #Ukraine. He was 4th year Student hailing from Karnataka, Naveen was shot dead by Russian Forces in front of Super Market. pic.twitter.com/tnij4vZji9
— Nasir Khuehami (ناصر کہویہامی) (@NasirKhuehami) March 1, 2022
नवीन को गोली लगने के बाद बाकी छात्र घबरा कर मदद की गुहार लगा रहे हैं। इस बीच, चेन्नई में नवीन के माता-पिता ने फँसे छात्रों को खार्किव से बाहर निकालने के लिए रूसी दूतावास की मदद माँगी है। उनका कहना है कि रूस खार्किव सीमा से सिर्फ 30 किमी दूर है।
This will ensure that more people can be evacuated in a shorter time frame. It will also help deliver humanitarian aid more efficiently. Indian Air Force is likely to deploy several C-17 aircraft as part of Operation Ganga from today: Sources
— ANI (@ANI) March 1, 2022
ऑपरेशन गंगा में IAF देगी साथ
उल्लेखनीय है भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए भारत सरकार ने प्रयास तेज किए हुए हैं। आज ही खबर आई है कि भारत सरकार ने इस मिशन पर एयरफोर्स को साथ आने को कहा है। इस फैसले का मकसद यही है कि सारे भारतीय सही सलामत अपने घर को लौट आएँ। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय वायु सेना आज से ऑपरेशन गंगा में कई सी -17 विमान तैनात कर सकती है।