Sunday, November 17, 2024
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इस्तीफा देकर भागे PCB के चीफ सेलेक्टर इंजमाम उल हक़: खिलाड़ियों को मैनेज करने वाली कंपनी के निकले पार्टनर, जाँच के लिए बनाई गई कमिटी

इंजमाम उल हक ने मीडिया से बातचीत में कहा, "लोग बिना 'रिसर्च' के बोलने लगे हैं, ऐसे में मैंने इस्तीफा देना बेहतर समझा। अब पीसीबी के साथ जाँच में सहयोग करूँगा।"

पाकिस्तान की क्रिकेट टीम का मौजूदा विश्वकप में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। बाबर आजम की कप्तानी में पाकिस्तानी टीम ने शुरुआती दो मैच जीतकर पाकिस्तानियों की उम्मीदें तो जगाईं, लेकिन उसके बाद भारतीय टीम ने उसे ऐसा हराया कि लगातार हार ही उसे मिलने लगी। एक-एक करके लगातार 4 मैच हारकर सेमीफाइनल की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी पाकिस्तानी टीम को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जी हाँ, ये खुलासा पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के चीफ सेलेक्टर इंजमाम उल हक को लेकर हुआ है कि वो एक ऐसी कंपनी के मालिकों में से एक हैं, जो खिलाड़ियों को ‘मैनेज’ करती है।

वो कंपनी जिन खिलाड़ियों को मैनेज करती है, उनमें बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान और शाहीन शाह अफरीदी जैसे खिलाड़ी हैं, जो इस वर्ल्ड कप में खेल रहे हैं।

पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के बुरे प्रदर्शन के बाद जब खोजबीन शुरू हुई, तो इंजमाम उल हक लपेटे में आ गए। इंजमाम उल हक पर आरोप लगा है कि उन्होंने विश्वकप के लिए टीम को चुनते समय ‘न्याय’ नहीं किया, बल्कि उस कंपनी द्वारा मैनेज किए जाने वाले प्लेयर्स को टीम में चुना, जिसके लिए उन्हें बोला गया। इन प्लेयर्स की खराब परफॉर्मेंस के बाद इंजमाम उल हक पर जब उंगली उठने लगी, तो ये मामला निकल कर सामने आया। अब उन पर ‘हितों के टकराव’ का आरोप लग रहा है।

ये मामला जब गरमाने लगा, तो इंजमाम उल हक ने इस्तीफा देकर भाग निकलने में भलाई समझी।

इंजमाम उल हक ने मीडिया से बातचीत में कहा, “लोग बिना ‘रिसर्च’ के बोलने लगे हैं, ऐसे में मैंने इस्तीफा देना बेहतर समझा। अब पीसीबी के साथ जाँच में सहयोग करूँगा।” आरोप है कि इंजमाम ने खिलाड़ियों के एजेंट तल्हा रहमानी की कंपनी में हिस्सेदारी की। इस खुलासे ने हितों के संभावित टकराव के बारे में चिंताएँ पैदा कर दीं, यह देखते हुए कि रहमानी पाकिस्तान के कई प्रमुख क्रिकेटरों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनमें बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान और शाहीन शाह अफरीदी शामिल हैं।

बता दें कि इंजमाम उल हक पहले भी पाकिस्तानी टीम के मुख्य चयनकर्ता रहे हैं। वो अगस्त 2016 से जुलाई 2019 तक इसी पद पर रहे थे। अब इंजमाम ने कहा है कि वो इन आरोपों से दुखी हैं। उनका तल्हा की कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। अगर बोर्ड इसकी जाँच करती है, और उसे कोई संदेह है तो वो जाँच में सहयोग करेंगे।

PCB ने जाँच के लिए बनाई कमेटी

अब पीसीबी ने इंस मामले में एक कमेटी का गठन कर दिया है। ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर पीसीबी ने सूचना देते हुए लिखा, “पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने टीम सेलेक्शन प्रोसेस से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स, जिसमें हितों के टकराव का आरोप लगाया गया है, की जाँच के लिए पाँच सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है। कमेटी अपनी रिपोर्ट और सिफारिश जल्द से जल्द पीसीबी मैनेजमेंट को सौंपेगी।”

बता दें कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के खराब प्रदर्शन के बाद टीम पर उँगली उठी, तो एक और विवाद सामने आया। जिसमें बताया गया कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों को कई महीने से सैलरी नहीं दी गई। इस बारे में कप्तान बाबर आजम ने कथित तौर पर पीसीबी के चीफ से संपर्क साधा था। इसके बाद पीसीबी के चीफ ने एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान बाबर आजम के साथ अपनी बातचीत को लीक कर दिया और कहा कि बाबर ने उनसे संपर्क नहीं किया। ये विवाद भी अब बढ़ रहा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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