साल 2015 में पेरिस की कई जगहों पर कुछ आतंकियों के साथ 130 लोगों को मौत के घाट उतारने वाला ISIS का फिदायीन हमलावर हाल में कोर्ट में यह कहता सुना गया कि मौत के बाद उसे दोबारा जिंदा किया जाएगा। उसने अदालत को कहा अल्लाह के अलावा कोई और भगवान नहीं होता।
पेरिस अटैक मामले में 31 साल के सालाह अब्देसलाम समेत 20 आरोपितों पर हाल में ट्रॉयल शुरू हुआ है। जहाँ कोर्ट में सालाह ने बताया कि उसने अपनी जॉब छोड़ी ताकि वो इस्लामिक स्टेट का मुजाहिद्दीन बन सके। उसने कहा, “6 साल से ज्यादा समय तक मेरे साथ कुत्तों की तरह बर्ताव किया गया लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा, क्योंकि मैं जानता हूँ मौत के बाद मैं दोबारा जिंदा होऊँगा।”
कोर्ट में जब आतंकी से उसका नाम बताने को कहा गया तो उसने शहादा पढ़ी और बोला, “मैं गवाही देना चाहता हूँ कि अल्लाह के सिवा कोई और ईश्वर नहीं है और मोहम्मद उनके संदेशवाहक थे। ”
दूसरे दिन कोर्ट की सुनवाई में उसने अपने साथ सह आरोपित बनाए गए कुछ लोगों को निर्दोष बताया और कहा कि इन लोगों ने उसकी मदद जरूर की थी, मगर किसी को उसे इरादों का इल्म भी नहीं था… ये लोग जेल में थे लेकिन इन्होंने कुछ नहीं किया। आरोपित ने सुनवाई के बीच कहा- क्या सीरिया और इराक के पीड़ित बोलने के लायक हैं?
आतंकी ने सुनवाई के समय कोर्ट को सिद्धांत की बातें समझाईं। उसने कहा, “सैद्धांतिक रूप से न्याय होने तक हमें निर्दोष माना जाना चाहिए। भले ही मैं इस न्याय को मानूँ या ना मानूँ।” सालाह की बातें सुन जब कोर्ट ने उसे चुप होने को कहा तो उसने कहा, “मतलबी मत बनिए, कई लोग हैं जो मुझे सुनना चाहते हैं।”
कोर्ट ने उसे कहा, “तुम्हारे पास 5 साल थे बोलने के लिए। तुमने नहीं कहा- ये भी अधिकार है। मैं जानता हूँ अब तुम्हें बोलना है लेकिन ठीक है- ये समय नहीं है।” सुनवाई में आतंकी ने यह भी कहा, “यहाँ देखो सब सुंदर है, फ्लैट स्क्रीन, एसी…लेकिन अंदर (जेल में) हमारे साथ दुर्व्यवहार किया जाता है।” कोर्ट में सालाह द्वारा मचाए जा रहे शोर ने जजों को इतना तंग कर दिया कि उन्होंने उसका माइक बंद करके सुनवाई टाल दी।
बता दें कि पेरिस में 13 नवंबर 2015 को एक कंसर्ट हॉल, एक स्टेडियम, रेस्ट्रां और बारों पर हुए आतंकी हमले में 130 लोग मारे गए थे। आतंकी सालाह अब्देसलाम को इसी मामले में साल 2016 में ब्रसेल्स में गिरफ्तार किया गया था। उसे ब्रसेल्स में धमाकों से चार दिन पहले गिरफ्तार किया गया था जिनमें 32 लोग मारे गए थे। पुलिस का मानना है कि दोनों शहरों में हुए हमलों के पीछे एक ही गिरोह का हाथ है। इस सालाह अब्देसलाम का जन्म बेल्जियम में हुआ था और वो एक फ्रांसीसी नागरिक है। पेरिस हमले के 4 महीने बाद तक वो ब्रसेल्स में छिपा हुआ था।