इजरायल और फलस्तीन के बीच जारी संघर्ष थमता नहीं दिख रहा है। युद्धविराम के अमेरिकी दबाव को खारिज करते हुए इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जंग जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हर देश को अपनी रक्षा का अधिकार है। फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास का युद्धविराम प्रस्ताव वे पहले ही ठुकरा चुके हैं।
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने बताया है कि संघर्ष शुरू होने के बाद से उसने गाजा में 1180 से ज्यादा हमले किए हैं। वहीं इजरायल पर अब तक करीब 3150 रॉकेट दागे जा चुके हैं। इनमें से 90% रॉकेट को ‘आयरन डोम’ ने आसमान में ही नष्ट कर चुकी है। इजरायल और हमास के बीच बीते सोमवार (10 मई 2021) से संघर्ष ने जोर पकड़ रखा है।
इजराइल ने अघोषित युद्ध के आठवें दिन सोमवार (17 मई 2021) को गाजा पट्टी पर फिर हमला किया। संघर्ष में अब तक 207 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें 197 फलस्तीनी हैं। डेली मेल के मुताबिक रविवार देर रात से सोमवार (17 मई 2021) सुबह तक 54 इजरायली जेट विमानों ने गाजा शहर और उसके आसपास के 35 ठिकानों पर बमबारी की। आईडीएफ ने कहा कि उसने हमास कमांडरों के 9 शीर्ष कमांडरों के घरों को निशाना बनाया। इनमें से कुछ घर का इस्तेमाल हथियारों को स्टोर करने के लिए भी होता था।
इस बीच, हमास ने इजरायल पर 70 रॉकेट दागे। आईडीएफ के अनुसार इनमें कम से कम 10 गाजा में गिर गए। एक रॉकेट की चपेट में अश्कलोन में यहूदियों का एक मंदिर आ गया। रविवार (16 मई 2021) को भी गाजा पट्टी में हमास प्रमुख के घर पर बम बरसाए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार शाम गाजा शहर में की गई इजरायली एयर स्ट्राइक में तीन इमारतें तबाह हो गईं और 42 लोग मारे गए।
इस्लामी मुल्कों के संगठन OIC ने इजरायल की निंदा की है। 57 देशों के इस संगठन ने इजरायल के हमलों को ‘व्यवस्थित अपराध’ करार देते हुए कहा है कि UN जनरल असेम्ब्ली की बैठक बुलाई जानी चाहिए। इन देशों ने एक प्रस्ताव पारित कर कहा है कि इजरायल ने आक्रामक तरीके से फलस्तीन की जमीन कब्जाई है और इस्लामी उम्माह की फलस्तीन के प्रति नैतिक, ऐतिहासिक व कानूनी जिम्मेदारी बनती है।
दूसरी ओर इस्लामी देश संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने हमास को चेताया है। उसने कहा है कि यदि शांति नहीं हुई तो गाजा के लोगों का जीवन नर्क हो जाएगा। साथ ही उसने गाजा में इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में निवेश नहीं करने की भी चेतावनी दी है। वहीं, भारत ने सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए दोनों पक्षों से शांति से काम लेने की अपील की है।