बांग्लादेश के दिनाजपुर में एक प्राचीन हिन्दू मंदिर पर अवैध कब्ज़े का मामला सामने आया है। यह कब्ज़ा इस्लामी समूहों द्वारा किया जा रहा है। यहाँ मंदिर परिसर की जमीन पर मस्जिद बनाने का काम शुरू हो चुका है। इस अवैध निर्माण का उद्घाटन बांग्लादेश के एक मुस्लिम सांसद ने किया है। स्थानीय हिन्दू श्रद्धालुओं ने इसे मंदिर पर कब्ज़े की कोशिश बताते हुए विरोध शुरू कर दिया है। बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समूहों ने एक स्वर में प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस मामले में हस्तक्षेप करने की माँग की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला बांग्लादेश के दिनाजपुर का है। यहाँ के कहरुल उप जिला के अंतर्गत हिन्दुओं का एतिहासिक कांताज्यू मंदिर है। यहाँ के रहने वाले रंजीत कुमार ने बताया है कि मंदिर की जमीन कुल 62.46 एकड़ में है। यह जमीन तमाम सरकारी अभिलेखों में भी दर्ज है। आरोप है कि अब मंदिर की इसी जमीन पर अवैध तौर पर एक मस्जिद का निर्माण शुरू हो चुका है। इस मस्जिद को कुछ स्थानीय मुस्लिम ही बनवा रहे है। मस्जिद का उद्घाटन दिनाजपुर 1 संसदीय क्षेत्र से सांसद मोहम्मद ज़करिया जाका ने किया है।
बांग्लादेश के हिन्दू, बौद्ध और ईसाई एकता कांउसिल ने मंदिर की जमीन पर हो रहे इस अवैध कब्ज़े के खिलाफ नाराजगी जताई है। उन्होंने एक स्वर में इस जगह को पुरातात्विक और ऐतिहासिक स्थल बताया है। विरोध कर रहे अल्पंसख्यकों ने सांसद मोहम्मद ज़करिया के अलावा इलाके के डिप्टी कमिश्नर शकील अहमद पर भी कब्ज़े की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। इन सभी ने इसे बांग्लादेश की छवि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल करने और देश में साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाली हरकत करार दिया है।
After Chandranath Temple,this time Kantajew Temple has been occupied by Islamists. Muslims started building mosques by occupying the site of Kantajew Temple .Awami League leader inaugurated the mosque. We are seeking help from the Govt of India.@ihcdhaka#SaveKantajewTemple pic.twitter.com/kNcnvAOe9V
— Voice of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@VoiceofHindu71) March 23, 2024
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के संगठन ने प्रधानमंत्री शेख हसीना को पत्र लिख कर इस अवैध निर्माण पर रोक लगाने की माँग की है। हिन्दू संगठनों द्वारा प्रशासनिक स्तर पर किए गए प्रयासों के बाद फिलहाल निर्माण काम रोक दिया गया है। हालाँकि निर्माण का विरोध कर रहे रतन सिंह ने आरोप लगाया है कि रात में चोरी-छिपे अवैध निर्माण अभी भी जारी है। बताते चलें कि कांताज्यू मंदिर बांग्लादेश के हिन्दुओं की आस्था का एक बड़ा केंद्र है। यह मंदिर सैकड़ों साल पुराना बताया जाता है।