बांग्लादेश में 15 जुलाई 2022 (शुक्रवार) को जुमे की नमाज़ के बाद नरैल के लोहागारा में चरमपंथी इस्लामी भीड़ ने हिन्दुओं के घरों, मंदिर और दुकानों में तोड़फोड़ की थी। यह हमला एक फेसबुक पोस्ट का बहाना ले कर किया गया था जिसे लिखने का आरोप एक 18 साल के लड़के पर था। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आँसू गैस के गोले छोड़े थे। लेकिन इसके बावजूद थोड़े समय की शांति के बाद हिन्दुओं के घरों और दुकानों को निशाना बनाना जारी रहा।
इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता राधा रमण दास ने हमले की वीडियो और तस्वीरें अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की हैं। उन्होंने लिखा, “नरैल लगातार 2 दिन तक जलाया गया। इन 2 दिनों में हिन्दुओं के 70 घरों को जला दिया गया और 200 से अधिक हिन्दुओं के साथ बेरहमी से मारपीट की गई है।” संयुक्त राष्ट्र और भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए राधारमण दास ने हिन्दुओं के साथ हो रहे इस अत्याचार पर छाई चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए।
But the brave Hindus of Bangladesh refuse to Convert or Run away. They have stood many waves of brutal attacks by Isl@m!sts & although they have lost millions of their relatives, they refuse to leave their motherland.
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) July 18, 2022
ISKCON Bangladesh stands with people of Narail…2/9 pic.twitter.com/3w3bn97sIG
राधारमण दास ने आगे लिखा, “बांग्लादेश के बहादुर हिन्दुओं ने धर्म परिवर्तन करने या घर छोड़ कर भाग जाने से इनकार कर दिया है। यहाँ के हिन्दुओं ने कई इस्लामी हमले झेले और अडिग रहे। हालाँकि इसके चलते उन्होंने अपने कई परिजनों और रिश्तेदारों को खो दिया। यहाँ का इस्कॉन मंदिर नरैल के हिन्दुओं के साथ खड़ा है।” इस वीडियो में राधा रमण ने एक ऐसे घर को दिखाया है जिसको पूरी तरह से तहस नहस कर दिया गया है। घर की छत तक को नोच लिया गया है।
टूटे फूटे घरों के आगे हिन्दू महिलाओं को दहाड़े मार कर रोते हुए वीडियो शेयर करते हुए राणा रमण दास ने लिखा, “कुछ मुस्लिमों ने खुद से ही हिन्दू नाम से एक फर्जी फेसबुक ID बनाई थी। उन्होंने ही उस पर आपत्तिजनक बातें लिख कर हिन्दुओं के घरों पर हमला कर दिया। हम ही उनके सबसे आसान शिकार हैं। वो हमें जब चाहें कत्ल करें और जब चाहें लूटें। हमारा दोष केवल इतना है कि हम हिन्दू हैं।” पिछले साल की याद दिलाते हुए उन्होंने बताया कि कैसे एक मुस्लिम लड़के ने ही कुरान को हनुमान जी के पास रख दिया था जिस से कई हिन्दुओ को कत्ल कर दिया गया था।
This has become an easy excuse to att@ck Hindus, loot them, k!ll them & r@pe their girls.
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) July 18, 2022
‘They attacked us because we are Hindus’ said one of the victims.
Locals in Narail’s Sahapara have started leaving their homes after second attack in a month. @UN @GwynLewis12 …4/9 pic.twitter.com/jfSBsLfY28
दीपाली रानी शाहा नाम की एक महिला को रोते हुए दिखाते हुए राणा रमण ने लिखा, “ये महिला पिछले शुक्रवार को कभी भूल नहीं पाएगी क्योकि उनके आगे ही उनके घर को लूट कर जला दिया गया। अब वो अपने घर की चौखट पर बैठ कर रो रहीं हैं।
Deepali Rani Saha can never forget this Friday night when she watched her house burn down.
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) July 18, 2022
“After one group looted all our valuables, another group came and found our door open. As there was nothing left to loot, they set our home on fire.”….6/9 pic.twitter.com/VohXAlrh5V
राणा रमण ने यह इस्लामी हमला पुलिस के आगे होने के आरोप लगाया है। उन्होंने बताया, “हमले के दौरान पुलिस मौजूद थी। वो सिर्फ कुछ दूर से खड़े हो कर तमाशा देख रहे थे। इस हमले के बाद डर के मारे 108 घरों के हिन्दुओं के गाँव में सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकतर हिन्दू गाँव छोड़ कर भाग चुके हैं।”
“When we were being attacked, the police were there. They were watching from a distanc & no one came to our rescue. The police can no longer be trusted & that is why people r leaving the village.”
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) July 18, 2022
Silence of @UN & UN’s Bangladeshi coordinator @GwynLewis12 is deafening as always pic.twitter.com/xfB4QW305o