फ्रांसीसी सीमेंट कंपनी लाफार्ज ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) को पैसा देने की बात कबूल ली है। सीरिया में कंपनी का प्लांट चालू रखने के लिए 777.8 मिलियन डॉलर (64057663500 रुपए) आतंकी संगठन को देने की बात उसने अमेरिकी अदालत में मानी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रुकलिन फेडरल कोर्ट ने मंगलवार (18 अक्टूबर 2022) को पहली बार किसी कंपनी को आतंकवादियों की सहायता करने के लिए दोषी ठहराया। लाफार्ज, जिसे 2015 में स्विस लिस्टेट होल्सिम (HOLN.S) ने खरीद लिया था, अपना जुर्म कबूलते हुए जुर्माने के रूप में 778 मिलियन डॉलर का भुगतान करने पर सहमति जताई है।
अमेरिकी प्रोसेक्यूटर के अनुसार, लाफार्ज ने इस्लामिक स्टेट और अल-नुसरा फ्रंट को बिचौलियों के जरिए 2013 और 2014 के बीच लगभग 5.92 मिलियन डॉलर (485928130 रुपए) के बराबर भुगतान किया। अभियोजकों ने बताया कि लाफार्ज ने इस्लामिक स्टेट के हमले बढ़ने पर सितंबर 2014 में सीरिया में अपने सीमेंट प्लांट को खाली कर दिया था। उस समय, इस्लामिक स्टेट ने शेष सीमेंट प्लांट पर कब्जा कर लिया था और इसे 3.21 मिलियन डॉलर (263508480 रुपए) में बेच दिया था।
लाफार्ज के अध्यक्ष मगाली एंडरसन ने मंगलवार को अमेरिकी अदालत में कहा कि अगस्त 2013 से नवंबर 2014 तक कंपनी के पूर्व अधिकारियों ने जानबूझकर सीरिया में विभिन्न आतंकी संगठनों को पैसे दिए। उन्होंने बताया कि इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को 2017 में ही कंपनी से अलग कर दिया गया था।
अमेरिका की डिप्टी अटॉर्नी जनरल लिसा ओ मोनाको ने कहा आतंकवादियों का साथ देने के लिए लाफार्ज और उसकी सहायक कंपनी को दोषी ठहराया गया है। उन्होंने इस्लामिक स्टेट के साथ बिजनेस को बढ़ाने और बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए दोस्ती की, जो दुनिया के अब तक के सबसे क्रूर आतंकवादी संगठनों में से एक है। मोनाको ने कहा कि फ्रांसीसी अधिकारियों ने इसमें शामिल कुछ अधिकारियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन नाम नहीं बताया है। अमेरिकी अदालत के रिकॉर्ड में छह अज्ञात लाफार्ज अधिकारियों का भी उल्लेख किया गया है।
एक बयान में लाफार्ज कंपनी के नए मालिक ने कहा है कि किसी भी तरह से होल्सिम इस अपराध में शामिल नहीं है। लाफार्ज के पूर्व अधिकारियों ने होल्सिम से इस अपराध में शामिल होने की बात छिपाई। होल्सिम का नाम लिए बिना, अमेरिकी डिप्टी अटॉर्नी जनरल लिसा मोनाको ने संवाददाताओं से कहा कि जिस कंपनी ने लाफार्ज को खरीदा है, उसने इसके बारे में पता लगाने में बिल्कुल भी मेहनत नहीं की है। 2015 और 2017 के बीच सीईओ रहे एरिक ऑलसेन (Eric Olsen) ने सीरिया में आतंकियों की मदद करने के लिए लाफार्ज के जाँच के दायरे में आने के बाद अपना इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि वह किसी भी गलत काम में शामिल नहीं हैं।