पाकिस्तान के लाहौर में पुलिस ने बच्चों का यौन शोषण करने वाले एक गैंग को ध्वस्त किया है। पुलिस ने इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह यौन शोषण के लिए पूरे पाकिस्तान में बच्चों की तस्करी भी करते थे। पाकिस्तान में यह समस्या काफी विकराल हो चुकी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लाहौर पुलिस ने शनिवार (8 जून, 2024) को यह गैंग ध्वस्त किया। पुलिस ने इसके चार सदस्यों- खालिद, बिलाल, नवाज और रमजान को गिरफ्तार किया है। इन चारों ने इस गंभीर अपराध में अपना रोल कबूल कर लिया है।
बताया गया है कि यह पूरे पाकिस्तान से बच्चों की तस्करी करके लाते थे और फिर उनसे यौन शोषण करते थे। यह दूसरों से भी यौन शोषण करवाते थे। इसके लिए लोगों से ₹500-₹1000 लिए जाते थे। इनके निशाने पर पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में घरों से भागे हुए बच्चे होते थे।
पहले यह उन बच्चों से सम्पर्क साध कर उन्हें खाना और रहने की व्यवस्था देते थे और बाद में उन्हें लाहौर के दाता दरबार इलाके में लाया जाता था। यहाँ उनसे जिस्मफरोशी का धंधा करवाया जाता था। इनके पास से 8 बच्चे भी बरामद हुए हैं। पाकिस्तान में बच्चों, विशेषकर लड़कों के साथ यौन शोषण और इसके लिए तस्करी काफी बड़ी समस्या है।
पाकिस्तानी समाचार वेबसाइट द डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, मात्र 2023 में ही पाकिस्तान में 4200 से अधिक बच्चों के साथ यौन शोषण हुआ। इन बच्चों के साथ यौन शोषण करने वाले अधिकांश दुराचारी रिश्तेदार ही थे। रिपोर्ट में सामने आया था कि पाकिस्तान में रोज कम से कम 11 बच्चों के साथ यौन शोषण होता है।
यह भी सामने आया था कि पाकिस्तान में यौन शोषण का शिकार बनने वाले 6-15 साल की उम्र वाले बच्चों में लड़कियों से अधिक लड़कों की संख्या है। पाकिस्तान में 2023 में 6-15 साल की उम्र वाले 1143 बच्चे यौन शोषण का शिकार हुए जबकि इसी दौरान 874 बच्चियों के साथ यौन शोषण हुआ।
अमेरिकी विदेश विभाग की एक रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2023 में पाकिस्तान 2800 से अधिक बच्चों की तस्करी हुई। पाकिस्तान में बच्चों के यौन शोषण को ‘बच्चाबाजी’ भी कहा जाता है, इसके अंतर्गत बालकों से यौन शोषण होता है।