पूर्वी अफ्रीका में एक देश है मैडेगास्कर। यहाँ टैटेली (Tataly) नाम का एक मछुआरा रहता है। समंदर के किनारे उसे एक चीज मिलती है, उठा कर अपने घर ले आता है। मजबूत दिखने वाली उस चीज को मछुआरे की बीवी कपड़े धोने के काम में लाती है। 5 साल तक जिस पर कपड़े धोए जा रहे थे, अब पता चला है कि वो चीज दुर्घटनाग्रस्त और गायब हो चुके हवाई जहाज MH370 का हिस्सा (लैंडिंग गियर) है।
ब्रिटिश मीडिया कंपनी Independent की रिपोर्ट के अनुसार मलेशियन एयरलाइंस की विमान MH370 के पायलट ने जानबूझ कर प्लेन को समंदर में डुबाया। एयरलाइन इंडस्ट्री के एक्सपर्ट के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त हवाई जहाज के लैंडिंग गियर का मिलना इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि जब प्लेन समुद्र के सतह से टकराया तो उस समय उसके लैंडिंग गियर खुले हुए थे। मीडिया रिपोर्ट में दो एक्सपर्ट ने बताया कि जानबूझ कर और ज्यादा से ज्यादा नुकसान (टुकड़े-टुकड़े कर देना) की मंशा के साथ MH370 को समुद्र में क्रैश करवाया गया।
मलेशियन एयरलाइंस की विमान MH370 के मलबे की खोज में जुटे अमेरिकी नागरिक ब्लेन गिब्सन और ब्रिटेन के इंजीनियर रिचर्ड गॉडफ्रे ने बताया:
“विमान के सभी हिस्सों की क्षति और उसके टुकड़ों तक की पानी में घुसने की गति इस निष्कर्ष की ओर ले जाती है कि पायलट ने जानबूझ कर अधिक से अधिक स्पीड रखते हुए प्लेन को समुद्र में क्रैश किया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि विमान कई टुकड़ों में टूट जाए। MH370 का समुद्र में क्रैश होना सॉफ्ट लैंडिंग (दुर्घटना की स्थिति में हवाई जहाज को कम से कम गति पर रखते हुए पानी की सतह के समानांतर रखते हुए अंततः उसे एक नाव की तरह पानी पर चलाने जैसा) बिल्कुल भी नहीं था।”
MH370 के लैंडिंग गियर मिलने पर और उससे उपजी संभावनाओं/शंकाओं पर अपनी बात जारी रखते हुए दोनों एक्सपर्ट ने कहा कि विमान का पायलट एक्टिव था और उसने लैंडिंग गियर को नीचे किया ताकि जितनी जल्दी हो सके, हवाई जहाज डूब जाए। विमान की अति तीव्र गति और लैंडिंग गियर का नीचे होना यह स्पष्ट करता है कि पायलट इस दुर्घटना के साक्ष्य को छिपाना चाहता था।
MH370 दुर्घटना: कब, कैसे, कहाँ
8 मार्च 2014 को मलेशियन एयरलाइंस के विमान MH370 ने कुआलालंपुर से उड़ान भरी थी। 227 यात्री और 12 क्रू मेंबर थे इसमें – मतलब कुल 239 लोग। प्लेन को जाना था चीन की राजधानी बीजिंग। उड़ान के कुछ देर बाद ही प्लेन रडार से गायब हो गया। जिस रूट पर हवाई जहाज को चलना था, उससे अलग दिशा भी पकड़ ली।
बहुत बड़े सर्च ऑपरेशन के बाद पता चला कि MH370 हिंद महासागर में डूब गया या क्रैश करवाया गया। ऐविएशन इंडस्ट्री में दुर्घटनाग्रस्त विमान को सर्च करने में सबसे महँगा सर्च ऑपरेशन (151 मिलियन डॉलर, अभी के अनुसार 1247 करोड़ रुपए) इसी का रहा है। समंदर में 1 लाख 20 हजार वर्ग किलोमीटर एरिया में MH370 को या इसके मलबों को खोजने पर काम किया गया। हर सर्च हालाँकि असफल रहा अब तक। इस विमान के जो भी टुकड़े अभी तक मिले हैं, उनको उसी विमान के टुकड़े मानने के बजाय “शायद उसी विमान के टुकड़े” माना गया है।
इतने बड़े सर्च ऑपरेशन के बाद पूर्व ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने दावा किया था कि MH370 विमान को एक आत्मघाती पायलट ने क्रैश करवाया था। उन्होंने तब कहा था, “मलेशियाई सरकार के शीर्ष लोगों और सूत्रों से स्पष्ट है कि यह दुर्घटना पायलट द्वारा हत्या-आत्महत्या थी।”