ईरान के हिजाब विवाद के बीच वहाँ एक सेलेब्रिटी शेफ महरशाद शाहिदी की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। खबरों के मुताबिक उन्हें कुछ दिन पहले हिजाब के विरुद्ध किए जा रहे प्रदर्शन में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया था। इसते बाद खबर आई कि वहाँ कि रेवोल्यूशनरी गार्ड फोर्स ने उन्हें पीट-पीट कर मार डाला। कथिततौर पर शाहिदी की हत्या उनकी 20वें जन्मदिन से एक दिन पहले हुई।
घटना से नाराज सैंकड़ों लोग सड़कों पर आए और शाहिदी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। रिपोर्ट्स के अनुसार, शाहिदी ईरान में बहुत मशहूर शेफ थे। उन्हें ईरान का जेमी ओलिवर कहा जाता था। लेकिन कुछ दिन पहले उन्हें एक प्रदर्शन में शामिल होने पर पकड़ा गया और फिर उनके ऊपर ताबड़तोड़ लाठियाँ चलाई गईं।
Heute, Arak, Beerdigung von dem 19 jährigen #MehrshadShahidi, der bei den Protesten totgeschlagen wurde.
— Mina Khani (@Khani2Mina) October 29, 2022
Das Video hat mir ein Kontakt geschickt: "Schau Mina, man konnte das Ende der Demo nicht sehen"
Die Menge ruft: Azadi (Freiheit)
Frauen führen an.#MahsaAmini #ZhinaAmini pic.twitter.com/dsaAv6xquk
रिपोर्ट्स की मानें तो शाहिदी की मौत सिर दिमाग पर चोट आने से हुई। परिवार का कहना है कि उन पर ये कहने के लिए दबाव बनाया गया कि उनका लड़का हार्ट अटैक से मरा है। ईरानी टीवी पर दिए इंटरव्यू में महरशाद के परिजन ने कहा, “हमारे बेटे ने सिर पर चोट आने के कारण अपनी जिंदगी खो दी। लेकिन हम पर दबाव बनाया गया कि वो हार्ट अटैक से मरा है।”
ईरानी प्रशासन का शेफ की मौत में अपना हाथ होने से साफ मना किया है। उनका कहना है कि उसके हाथ, पाँव, दिमाग में कोई फ्रैक्चर नहीं था। जबकि सामान्य जन इस घटना के लिए ईरानी प्रशासन को ही कोस रहे हैं। सैंकड़ों शाहिदी के लिए सड़कों पर हैं। हिजाब उतारकर आजादी के नारे लग रहे हैं।
शेफ की मौत पर ईरानी अमेरिकी लेखक डॉ नीना अंसारी ने कहा, “वह एक प्रतिभाशाली शेफ थे। उन्हें ईरान की सेना ने निर्ममता से मारा। अगले दिन उसका जन्मदिन था। हम ये न कभी भूलेंगे और न ही कभी माफ करेंगे।”