OpIndia is hiring! click to know more
Thursday, April 10, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयईरान के हिजाब विरोध में शामिल हुए मशहूर शेफ की निर्मम हत्या: फोर्स ने...

ईरान के हिजाब विरोध में शामिल हुए मशहूर शेफ की निर्मम हत्या: फोर्स ने पीट-पीटकर मारा, परिवार को कहा- सबको हार्ट अटैक बताना

शाहिदी की मौत सिर दिमाग पर चोट आने से हुई। परिवार का कहना है कि उन पर ये कहने के लिए दबाव बनाया गया कि उनका लड़का हार्ट अटैक से मरा है।

ईरान के हिजाब विवाद के बीच वहाँ एक सेलेब्रिटी शेफ महरशाद शाहिदी की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। खबरों के मुताबिक उन्हें कुछ दिन पहले हिजाब के विरुद्ध किए जा रहे प्रदर्शन में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया था। इसते बाद खबर आई कि वहाँ कि रेवोल्यूशनरी गार्ड फोर्स ने उन्हें पीट-पीट कर मार डाला। कथिततौर पर शाहिदी की हत्या उनकी 20वें जन्मदिन से एक दिन पहले हुई।

घटना से नाराज सैंकड़ों लोग सड़कों पर आए और शाहिदी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। रिपोर्ट्स के अनुसार, शाहिदी ईरान में बहुत मशहूर शेफ थे। उन्हें ईरान का जेमी ओलिवर कहा जाता था। लेकिन कुछ दिन पहले उन्हें एक प्रदर्शन में शामिल होने पर पकड़ा गया और फिर उनके ऊपर ताबड़तोड़ लाठियाँ चलाई गईं।

रिपोर्ट्स की मानें तो शाहिदी की मौत सिर दिमाग पर चोट आने से हुई। परिवार का कहना है कि उन पर ये कहने के लिए दबाव बनाया गया कि उनका लड़का हार्ट अटैक से मरा है। ईरानी टीवी पर दिए इंटरव्यू में महरशाद के परिजन ने कहा, “हमारे बेटे ने सिर पर चोट आने के कारण अपनी जिंदगी खो दी। लेकिन हम पर दबाव बनाया गया कि वो हार्ट अटैक से मरा है।”

ईरानी प्रशासन का शेफ की मौत में अपना हाथ होने से साफ मना किया है। उनका कहना है कि उसके हाथ, पाँव, दिमाग में कोई फ्रैक्चर नहीं था। जबकि सामान्य जन इस घटना के लिए ईरानी प्रशासन को ही कोस रहे हैं। सैंकड़ों शाहिदी के लिए सड़कों पर हैं। हिजाब उतारकर आजादी के नारे लग रहे हैं।

शेफ की मौत पर ईरानी अमेरिकी लेखक डॉ नीना अंसारी ने कहा, “वह एक प्रतिभाशाली शेफ थे। उन्हें ईरान की सेना ने निर्ममता से मारा। अगले दिन उसका जन्मदिन था। हम ये न कभी भूलेंगे और न ही कभी माफ करेंगे।”

OpIndia is hiring! click to know more
Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कभी हथौड़ा लेकर ‘शक्ति प्रदर्शन’, कभी शिक्षकों से बदसलूकी: गली के गुंडों की फोटोकॉपी बने छात्र नेता, अब बिगड़ैल राजनीति पर अंकुश समय की...

जो प्रत्याशी या संगठन धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल नहीं करता, या उसके इस्तेमाल में झिझकता है; उसे कमजोर मान लिया जाता है। पूरी चुनावी व्यवस्था इतनी दूषित हो चुकी है कि सही और सकारात्मक  साधनों से लड़कर चुनाव जीतना लगभग असंभव है।

चाऊमीन का ठेला लगाने वाला बन गया कैफे मालिक, चलाने लगा ड्रग्स-सेक्स का गैंग: पहले खुद करता रेप, फिर दूसरों से भी करवाता; वाराणसी...

अनमोल ने 15 लड़कों की गैंग तैयार की थी, जो मासूम लड़कियों को फँसाते, नशा देते, खुद भी रेप करते और फिर दूसरे भेड़ियों के सामने परोस देते।
- विज्ञापन -