ईद उल-फितर के अवसर पर सोमवार (2 मई, 2022) को US में व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन ने कहा कि दुनिया भर में मुस्लिम हिंसा का शिकार हो रहे हैं। इस कार्यक्रम में फर्स्ट लेडी जिल बिडेन, पाकिस्तानी गायक और संगीतकार अरोज आफताब और मस्जिद मुहम्मद के इमाम डॉ. तालिब एम. शरीफ के साथ वक्ताओं में से एक थे, जिन्हें वाशिंगटन डीसी में ‘द नेशन्स मस्जिद’ के रूप में जाना जाता है।
यही नहीं कार्यक्रम के बाद एक ट्वीट में भी जो बायडेन ने कहा, “जिल और मुझे आज रात व्हाइट हाउस में ईद-उल-फितर के स्वागत समारोह की मेजबानी करने के लिए सम्मानित किया गया, और हम दुनिया भर में जश्न मनाने वाले सभी लोगों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ भेजते हैं। ईद मुबारक!”
Jill and I were honored to host an Eid al-Fitr reception at the White House tonight, and we send our warmest greetings to everyone celebrating across the world. Eid Mubarak! pic.twitter.com/4OTeQBE0Jw
— President Biden (@POTUS) May 2, 2022
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन ने अपने सम्बोधन में इस बात पर जोर देते हुए कहा, “मुस्लिम हर दिन अमेरिका को मजबूत बनाते हैं, भले ही वे अभी भी उस समाज में वास्तविक चुनौतियों और खतरों का सामना कर रहे हैं जिसमें वे रहते हैं।”
जो बायडेन ने कहा कि उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए राजदूत-एट-लार्ज के रूप में सेवा प्रदान करने वाले पहले मुस्लिम को नियुक्त किया है। यह जरूरी है क्योंकि आज दुनिया भर में हम देख रहे हैं कि बहुत से मुस्लिमों को हिंसा का निशाना बनाया जा रहा है। किसी को भी उनके धार्मिक आस्थाओं के लिए प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे यह भी कहा, “आज, हम उन लोगों को भी याद करते हैं जो इस पवित्र दिन को नहीं मना पा रहे हैं। इनमें उइगर, रोहिंग्या और वे सभी मुस्लिम शामिल हैं जो अकाल, हिंसा, संघर्ष और बीमारी का सामना कर रहे हैं।”
बायडेन ने कहा, “और उस दुनिया के प्रति आशा और प्रगति के संकेतों का सम्मान करें, जिसे हम देखना चाहते हैं, जिसमें युद्धविराम भी शामिल है, जिसने यमन में लोगों को रमजान का सम्मान करने और छह साल में पहली बार शांति से ईद मनाने की अनुमति दी।”
उन्होंने अपने सम्बोधन में आगे कहा, “लेकिन साथ ही, हमें यह स्वीकार करना होगा कि विदेशों में और यहाँ घर पर भी बहुत काम किया जाना बाकी है। मुसलमान हमारे देश को हर दिन मजबूत बनाते हैं, भले ही वे अभी भी हमारे समाज में वास्तविक चुनौतियों और खतरों का सामना करते हैं, जिनमें लक्षित हिंसा और इस्लामोफोबिया भी शामिल हैं।”
बायडेन ने अपने सम्बोधन में यह भी कहा, “मुस्लिम अमेरिकियों के लिए अमेरिका को अधिक न्यायसंगत, अधिक समावेशी बनाना अधिक संपूर्ण संघ बनाने के लिए स्थायी कार्य का एक अनिवार्य हिस्सा हैं।” उन्होंने कहा, “हम दुनिया के पूरे इतिहास में एकमात्र राष्ट्र हैं जो किसी धर्म, नस्ल, जातीयता, भूगोल के आधार पर नहीं बल्कि एक विचार पर आधारित है। इसके बारे में सोचें।”